पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पार्टी के नवनियुक्त प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को होली सिटी स्थित अपने निवास स्थान पर विधायकों के साथ बैठक कर राज्य की राजनीति पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, करीब 62 विधायक सिद्धू की इस बैठक का हिस्सा बने।
बीते चार दिनों में सिद्धू की सरगर्मी और कैप्टन की खामोशी ने साफ कर दिया है कि पंजाब में कांग्रेस दोफाड़ हो चुकी है। सिद्धू पूरी पार्टी को अपने पक्ष में एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं तो कैप्टन माफी वाली शर्त पूरी होने तक किसी भी कीमत पर आलाकमान के फैसले को मानने को तैयार नहीं दिख रहे।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते सप्ताह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव हरीश रावत से मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वे सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वह उनके खिलाफ अपने ‘‘अपमानजनक'' ट्वीट के लिए माफी नहीं मांग लेते। सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।