संचारी रोगों के नियन्त्रण को लेकर चल रहा अभियान



  • डेंगू-मलेरिया जनजागरूकता रथ का किया जा रहा संचालन

लखनऊ - विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले में एक जुलाई से चलाया जा रहा है जो कि 31 जुलाई तक चलेगा। इसके अन्तर्गत मच्छरों को पनपने से  रोकने के लिए विभिन्न गतिविधियां स्वास्थ्य विभाग व  अन्य संबंधित विभागों एवं स्वयंसेवी संगठनों के समन्वय से संचालित की  जा रही हैं । यह जानकारी राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. के.पी.त्रिपाठी ने दी |
डॉ. त्रिपाठी ने कहा - इसी क्रम में फैमिली हेल्थ इण्डिया एवं गोदरेज के सहयोग से संचालित एम्बेड परियोजना के अन्तर्गत जनमानस में संचारी रोगों से बचाव के प्रति जागरूकता लाने एवं प्रभावी नियंत्रण के उद्देश्य से डेंगू-मलेरिया जन-जागरूकता रथ का संचालन किया जा रहा है | इसके तहत जनपद के डेंगू व मलेरिया की दृष्टि से अधिक  संवेदनशील क्षेत्रों पर फोकस किया जा रहा है | । इन रथों को जनपद स्तर पर मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डे, पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 संजय भटनागर द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था |

एम्बेड समन्वयक धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि रथ के माध्यम से न केवल फ्लैक्स एवं पॅम्फलेट्स के द्वारा  बल्कि मनोरंजक आडियो  संदेशो के माध्यम से डेंगू मलेरिया रोधी व्यवहारों को अपनाने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है।  इनमें प्रमुख रूप से “प्रत्येक रविवार मच्छरों पर वार”, “बुखार में देरी पड़ेगी भारी”, “छतों पर पुराने टायर-देते डेंगू को बढावा” जैसे विभिन्न संदेशो के माध्यम से डेंगू मलेरिया जागरूकता एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए  व्यवहार परिवर्तन के संदेशों को इस रथ के माध्यम से बताया जा रहा है |

डेंगू मलेरिया जागरूकता रथ को वार्ड और मोहल्ला स्तर पर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था  | इस दौरान कुल 23 वार्ड में इन रथों का संचालन किया गया |

जिला समन्वयक ने बताया- मलेरिया - डेंगू की दृष्टि से संवेदनशील बस्तियों में लोगों को डेंगू एवं मलेरिया से बचाव की जानकारी मिल सके, इस उद्देश्य से इस जागरूकता रथ का संचालन किया गया । उन्होने बताया कि क्षेत्रीय कार्यकर्ता बिहेवियर चेंज कम्युनिकेशन फैसिलिटेटर इन संवेदनशील बस्तियों में घर-घर जा कर लार्वा का सर्वे, विनष्टिकरण के साथ साथ मलेरिया एवं डेंगू से बचने हेतु जागरूकता फैला रहे हैं। वह लोगों को बता रहे हैं  कि कूलर को साफ करने के बाद धूप में सुखाने के बाद ही दुबारा पानी भरें, जिससे डेंगू मच्छरों के लार्वा का अंडा जीवित नहीं रहें क्योंकि लार्वा का अंडा नमी वाले जगहों पर 8 से 12 महीने तक बना रहता है एवं पुनः पानी के सम्पर्क में आने पर लार्वा बन जाता है ।