- मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को दिये दिशा-निर्देश
- टीकाकरण सत्र में वयस्क नागरिकों को बैठाने का भी इंतजाम करना होगा
गोरखपुर - अगर आप कोविड टीकाकरण के लिए जा रहे हैं तो पहले कोविन पोर्टल पर स्लॉट बुक करवा लें । ऐसा करने से आपको टीकाकरण में वरीयता मिलेगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। साथ ही यह भी कहा है कि टीकाकरण से पहले सभी केंद्रों पर वयस्क नागरिकों को बैठने का भी इंतजाम किया जाए।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि कोविन पोर्टल पर टीकाकरण के लिए पंजीकरण करवा कर स्लॉट बुक हो जाने से स्वास्थ्य विभाग को यह पता रहता है कि टीकाकरण के बूथों पर डिमांड कितनी है । डिमांड के अनुसार टीके की आपूर्ति की जाती है, जिससे सभी का टीकाकरण सुव्यवस्थित तरीके से संभव हो पाता है । टीके की आपूर्ति के सापेक्ष जब अचानक बड़ी संख्या में लाभार्थी इकट्ठा हो जाते हैं तो कई बार टीके घट जाते हैं और लोगों को वापस भी लौटना पड़ता है । इस असुविधा से बचने का सबसे बेहतर तरीका है कि पहले से स्लॉट बुक कर आएं । मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दिशा-निर्देशों के अनुसार अब पहले उन्हें ही टीका लगेगा जो पंजीकरण करवा कर और स्लॉट बुक करके आएंगे । उनको टीका लगने के बाद ही मौके पर पंजीकरण करवाने वालों को टीका लगाया जाएगा ।
सहज जनसेवा केंद्रों की ले सकते हैं मदद : जिला प्रशासन ने पूर्व में सहज जनसेवा केंद्रों के लोगों को दिशा-निर्देश दे रखा है कि वह कोविड टीकाकरण में सहयोग करेंगे और लाभार्थियों का पंजीकरण करेंगे। जिन लोगों को खुद पंजीकरण करने में तकनीकी दिक्कत है या फिर संसाधनों की दिक्कत है तो वह लोग इन केंद्रों के जरिये पंजीकरण करवा सकते हैं । टीकाकरण के प्रतीक्षा क्षेत्र में उचित दूरी के साथ लाभार्थियों को बैठाने का भी दिशा-निर्देश है ।
20.50 लाख से अधिक टीकाकरण : डॉ. पांडेय ने बताया कि जिले में 20.50 लाख लोगों से अधिक का टीकाकरण हो चुका है, जिनमें 10.97 लाख पुरुष और 9.52 लाख महिलाएं शामिल हैं । करीब 16.71 लाख लोगों ने पहली डोज, जबकि 3.78 लाख लोगों ने दूसरी डोज ली है । शनिवार को टीके की सिर्फ दूसरी डोज वरीयता के आधार पर लगायी जा रही है । टीके की दोनों डोज के बाद ही इम्युनिटी बढ़ती है । दोनों डोज के बाद भी मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता के नियम का पालन करना है ।
निगरानी बढ़ाएंगे : मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एक अन्य पत्र के जरिये संबंधित अधिकारियों से कहा है कि नकली कोविशील्ड से बचाव हेतु सप्लाई चेन की निगरानी बढ़ाई जाए और टीकों का प्रयोग करने से पहले गुणवत्ता की स्थिति को सावधानी के साथ प्रमाणित कर लिया जाए ।