बाराबंकी - डीआरडीए सभागार में पोषण अभियान के दौरान क्रियाकलापों तथा विभिन्न विभागों के पोषण कार्यक्रम की समीक्षा हेतु मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक में डॉ राजीव सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ सुशील क्षेत्रीय यूनानी एवं आयुर्वेद अधिकारी, जिला आपूर्ति सहित सभी विकास खंडों के बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा जिला पोषण समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
पोषण माह के संबंध में समिति को अवगत कराते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रकाश कुमार ने पोषण माह के मुख्य गतिविधियों तथा विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए पोषण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया । पोषण माह के दौरान कुल 335467 गतिविधियों को पोर्टल पर अंकन करने के कारण प्रदेश में जिला बाराबंकी चौथे नंबर पर रहा तथा जनपद में सिरौलीगौसपुर प्रथम, निन्दूरा द्वितीय, सिद्धौर 3, सदर 4, बंकी 5 तथा मसौली छठवें स्थान पर एवं हरख सातवें स्थान पर रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगली पोषण समिति की बैठक में लक्ष्य से अधिक गतिविधियां कराने हेतु संबंधित विकास खंडों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। पोषण माह के दौरान विभिन्न विभागों के सहयोग से 5213 घरों में, विद्यालयों में, पंचायत भवनों में आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण पौधरोपण एवं पोषण वाटिका लगाये। पोषण माह के दौरान कुल 1413 सैम यानि अति कुपोषित तथा 5049 मैम यानि कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित किया गया। इन सभी बच्चों को ग्राम स्तर पर ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर चिकित्सीय परीक्षित कराया जाएगा। आयुष विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर योग अभ्यास कराया गया। इस प्रकार पोषण माह के दौरान पंचायती राज विभाग द्वारा 136 पोषण पंचायतें, माध्यमिक शिक्षा विभाग के द्वारा 73 राज्य की एवं एडेड विद्यालयों में पोषण क्विज का आयोजन किया गया।
चिकित्सा विभाग द्वारा 6 सितंबर को आयोजित विशेष कैंप में 169 जगह कोविड कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें से 52000 से अधिक व्यक्तियों को कोरोना टीका लगाया गया। पोषण माह के दौरान 6406 गर्भवती माताओं की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान कुल 5414 नवजात शिशु का जन्म हुआ, जिन्हें प्रथम घंटे के अंदर स्तनपान कराया गया। इस माह 513 बच्चे ढाई किलो से कम के पैदा हुए हैं, जिन्हें विशेष देखभाल हेतु मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा सभी बाल विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
पोषण माह के दौरान 4017 अन्नप्राशन, 3396 गर्भवती माताओं की गोद भराई कराई गई। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी पोषण विभागों को कन्वर्जेंस के अंतर्गत काम करने तथा कुपोषण को दूर करने में सहयोग करने की अपील करते हुए निर्देशित किया गया है कि शासन द्वारा निर्धारित कार्यों को समय पूर्ण करना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी प्रकार की अवहेलना व लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।