बदलते मौसम में संचारी रोगों के प्रति बरतें खास सतर्कता -सीएमओ



  • सीफार के सहयोग से संचारी रोगों के प्रति जागरूकता के लिए निकाली रैली
  • आकार फाउंडेशन के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के जरिये लोगों को किया जागरूक

लखनऊ - स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से मंगलवार को नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) इंदिरानगर से संचारी रोगों के प्रति जनजागरूकता के लिए रैली निकाली गयी। क्षेत्रीय पार्षद दिलीप कुमार श्रीवास्तव व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली में सीएचसी के चिकित्सक, कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, जिला मलेरिया इकाई की टीम, चाइल्डलाइन और इरम गर्ल्स डिग्री कालेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक एवं छात्राएं हाथों में “कचरा कचरेदानी में, सोएं मच्छरदानी में”, “पानी को सुखाएंगे, डेंगू को हराएंगे,” और पहनें “पूरी आस्तीन के कपड़े ताकि डेंगू आप को न पकड़े” स्लोगन लिखी तख्तियाँ लिए हुए थे।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि बदलते मौसम के साथ संक्रामक बीमारियाँ पाँव पसारने लगती हैं, जिनसे सुरक्षित रहने के लिए हर किसी को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत हैं। ऐसे में हर कोई घर व आस- पास साफ़ - सफाई पर पूरा ध्यान रखें। मच्छरजनित परिस्थितियाँ न उत्पन्न न होने दें क्योंकि पानी ठहरेगा जहां - मच्छर पनपेंगे वहाँ। हमें जनपद को संचारी रोग मुक्त बनाना है, जिसमें सभी जनपदवासियों का सहयोग आवश्यक है। अतः सभी लोग जनपद को संचारी रोग मुक्त बनाने में योगदान प्रदान करें।

इस मौके पर पार्षद श्री श्रीवास्तव ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव ही सबसे महत्वपूर्ण है। संचारी रोगों से हमें मुक्ति सहभागिता और जागरूकता से मिल सकती है। इसलिए क्षेत्रवासी जागरूक हों, अपने घर के साथ ही आस - पास भी साफ - सफाई  रखें इसके साथ ही कोरोना से बचाव के प्रोटोकॉल जैसे साबुन और पानी से हाथ धोना, दो गज की शारीरिक दूरी और मास्क लगाने का पालन करें।

इस अवसर पर संचारी रोग नियंत्रण के नोडल अधिकारी डा. के.पी. त्रिपाठी ने कहा कि संचारी रोग से बचाव के उपाय अवश्य अपनाएं । जैसे- घर के आस-पास पानी न  इकट्ठा होने दें, फ्रिज और गमलों की ट्रे, पुराने टायर और बर्तन और कूलर की नियमित सफाई करें और अच्छे से सूखने पर इस्तेमाल करें। यदि कहीं पानी इकट्ठा हो जाए तो मिट्टी के तेल की कुछ बूंदे डाल दें। खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। अब स्कूल खुल गए हैं, इसलिए बच्चों का पूरा ध्यान रखें द्य पूरी बांह के कपड़े पहनें  और मच्छर रोधी क्रीम का प्रयोग करें।

यह जरूर ध्यान रहे कि बुखार होने पर खुद से कोई इलाज न करें । नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज की सुविधा उपलब्ध है, बुखार या इससे संबंधित समस्या होने पर वहां जाकर इलाज करवाएं।  

इस अवसर पर सीफार के सहयोग से आकार फाउंडेशन के कलाकारों शाश्वत, सुयश, खुशी, अक्ष, सपना राजन और विवेक कुमार रावत ने जागो रे जागो’ नुक्कड़ नाटक के माध्यम से डेंगू, मलेरिया व अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव के संदेश दिए। इसके साथ ही अन्य प्रचार प्रसार सामग्री के माध्यम से जनसामान्य को स्वास्थ्य शिक्षा दी गई ।   

इस मौके पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, सीएचसी इंदिरा नगर की चिकित्सा अधीक्षक डा.रश्मि गुप्ता, राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी अंशुमाली शर्मा, इरम गर्ल्स डिग्री कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक पवन शुक्ला, चाइल्डलाईन से केंद्र  समन्वयक कृष्णा प्रताप शर्मा तथा उनके सहयोगी, यूनिसेफ़ तथा स्वयंसेवी संस्था एम्बेड परियोजना के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।