- लक्षण दिखने पर जांच में नहीं करनी है लापरवाही
- समय रहते जांच और इलाज से स्वस्थ हो जाता है कोविड का मरीज
गोरखपुर - विदेश से आने वाले लोगों के परिजन यह सुनिश्चित करें कि वह कोविड जांच के बाद ही उनके घर आएं । अगर कोविड जांच नहीं हुई है तो आगंतुक को घर में आइसोलेट करें और तुरंत कोविड जांच करवा लें । लक्षण दिखने पर कोविड जांच अन्य लोगों को भी अवश्य करवा लेनी चाहिए । समय रहते जांच और इलाज से कोविड का मरीज स्वस्थ हो जाता है । यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय का ।
उन्होंने कोविड के नये वेरियेंट के प्रति जनपदवासियों को सतर्क किया है । डॉ. पांडेय ने बताया कि शादी और समारोह के सिलसिले में अलग-अलग प्रांतों और देशों से आवागमन बढ़ गया है। इसके साथ ही संक्रमणमुक्त जिले में कोविड संक्रमण की आशंका है । इससे बचाव के चार तरीकों कोविड टीकाकरण, मास्क, दो गज की दूरी और हाथों की स्वच्छता के साथ-साथ पांचवां और सशक्त तरीका कोविड जांच का ही है । अगर समय से कोविड जांच हो जाए और मरीज को आइसोलेट कर इलाज शुरू कर दिया जाए तो संक्रमण का प्रसार नहीं होता है और मरीज स्वस्थ भी हो जाता है ।
मृत्यु दर कम है : सीएमओ ने बताया कि कोविड के कारण होने वाली मृत्युदर कम है, बशर्ते कि समय से इलाज शुरू हो और इसकी जटिलताएं न बढ़ने पाएं। उन्होंने बताया कि जिले में मिले 59434 कोविड मरीजों में से 848 लोगों की मौत हुई, जबकि 58586 मरीज स्वस्थ हो गये । इस लिहाज से जिले में कोविड की मृत्यु दर करीब 0.014 रही है ।
इन लक्षणों पर कोविड जांच की सलाह :
• बुखार
• खांसी
• शरीर दर्द अथवा सिर दर्द
• सांस लेने में कठिनाई या सांस फूलना
• स्वाद अथवा खूशबू की संवेदना का चले जाना
• बुखार के साथ दस्त
• बुखार के साथ त्वचा पर चकत्ते
इन लक्षणों पर लें अस्पताल की मदद :
• लगातार कई दिनों तक 101 डिग्री से ज्यादा बुखार
• सांस फूलना और सांस लेने में परेशानी
• ऑक्सीजन का स्तर 94 फीसदी से कम होना (थोड़ी देर पल्स ऑक्सीमीटर से लगातार देखने पर)
• रोगी में मानसिक भ्रम की स्थिति
जिले में कोविड जांच की स्थिति :
• कुल क्रियाशील बूथ-45
• रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी की जा रही हैं जांच
• प्रतिदिन 1500 एंटीजन और 1500 आरटीपीसीआर जांच हो रही है