नई दिल्ली - भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने कोविड मामलों में लगातार हो रहे वृद्धि से निपटने के लिए नया एसओपी (SOP) जारी किया है। एसओपी को विभिन्न राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) के साथ-साथ चल रहे राष्ट्रीय कोचिंग शिविरों में सख्ती से लागू किया जाएगा।
नए एसओपी के तहत प्रशिक्षण केंद्रों पर पहुंचने पर, सभी एथलीटों को अनिवार्य रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) से गुजरना होगा। यदि परीक्षण नकारात्मक आता है, तो वे शामिल होने के छठे दिन तक अलग से प्रशिक्षण और भोजन करेंगे। आरएटी की पुनरावृत्ति 5वें दिन होगी। सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने वालों का आरटीपीसीआर परीक्षण किया जाएगा और उन्हें आइसोलेट किया जाएगा, जबकि नकारात्मक परीक्षण करने वाले एथलीट सामान्य प्रशिक्षण जारी रखेंगे।
शिविरों में कोविड पॉजिटिव या रोगसूचक एथलीटों के लिए उचित आइसोलेशन सुविधाएं निर्धारित की जा रही हैं। एक माइक्रो बायो-बबल भी होगा, जहां एथलीटों को प्रशिक्षण और भोजन के लिए छोटे समूहों में विभाजित किया जाएगा। एथलीटों को अन्य समूहों के साथ बातचीत से बचने के लिए भी सख्ती से कहा गया है।
एनसीओई में हर 15 दिनों में एक बार एथलीटों, कोचों, सहायक कर्मचारियों और गैर-आवासीय कर्मचारियों का भी परीक्षण होगा। यह भी सिफारिश की गई है कि एथलीट केवल संबंधित राष्ट्रीय खेल संघों और साई मुख्यालय के अधिकारियों द्वारा अनुशंसित प्रतियोगिताओं में ही भाग लेंगे। आमंत्रण टूर्नामेंट और गैर-ओलंपिक क्वालीफाइंग आयोजनों के लिए, एनसीओई के संबंधित क्षेत्रीय निदेशकों (आरडी) द्वारा सिफारिशें की जाएंगी।