लखनऊ - उत्तर प्रदेश सरकार के एक और कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने बुधवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया। बता दें इससे पहले कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजा था।
कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा भेजने वाले दारा सिंह चौहान ने कहा कि सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षा पूर्ण रवैया से आहत होकर वह मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के मुद्दे पर भी खिलवाड़ किया गया है। उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा देते हुए मंत्रिमंडल के कार्य से खुद को अलग कर लिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य की तरह दारा सिंह चौहान भी बीजेपी में आने से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता था। 2015 में वह बसपा का साथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे। तीन के बार के सांसद को तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई थी ।
बड़े भाई दारा सिंह अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये : केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य केशव प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देने पर ट्वीट कर कहा है कि बड़े भाई दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये। मौर्य ने कहा कि परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है। जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूंगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा। स्वामी प्रसाद मौर्य के मंत्री पद से इस्तीफा देने पर भी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त किया था। स्वामी प्रसाद के इस्तीफे को केशव ने सही नहीं बताया था।