नई दिल्ली - केंद्र सरकार ने कोरोना और अन्य कारणों के चलते स्कूल छोड़ चुकी 11 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को फिर से स्कूली शिक्षा में जोड़ने के लिये कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव अभियान शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इस अभियान को एक अनुकरणीय प्रयास बताते हुये कहा कि यह अधिक से अधिक लड़कियों के लिए शिक्षा प्राप्ति सुनिश्चित करेगा।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जूबिन इरानी के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “एक अनुकरणीय प्रयास जो सुनिश्चित करेगा कि अधिक लड़कियों को शिक्षा प्राप्ति का आनंद मिले | आइए हम सब एक राष्ट्र के रूप में एक साथ आएं और इस आंदोलन को सफल बनाएं।"
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और यूनीसेफ के साथ मिलकर औपचारिक शिक्षा/या कौशल प्रणाली की तरफ किशोरियों को वापस स्कूल लाने के लिये आज यहां एक अभूतपूर्व अभियान ‘कन्या शिक्षा प्रवेश उत्सव’ का शुभारंभ किया गया । स्कूलों में 11-14 आयुवर्ग की लड़कियों का पंजीकरण बढ़ाना और उन्हें स्कूल में कायम रखना ही इस अभियान का उद्देश्य है। इसका लक्ष्य स्कूल छोड़ने वाली चार लाख से अधिक किशोरियों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सहित अन्य योजनाओं का लाभ देना है।