लखनऊ (डेस्क) - देश में शनिवार को रमजान का चांद दिखाई दे गया है। चांद दिखने के बाद रमजान के पाक महीने की आज से शुरुआत हो गई, जामा मस्जिद के शाही इमाम ने इसका ऐलान किया। वहीं लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी खुद इस बात की जानकारी दी है।
महीने भर की अवधि के दौरान जो रोजा या उपवास रखते हैं उनके लिए रमजान का महीना 2 मई को समाप्त होगा। लोग अपना पहला भोजन या सहरी करने के लिए सुबह जल्दी उठते हैं, और शाम को वे इफ्तार साथ अपना उपवास तोड़ते हैं। यह महीना सभी मुसलमानों के लिए बेहद शुभ और पवित्र माना जाता है। रमजान के महीने में रोजे (व्रत) रखने, रात में तरावीह की नमाज पढ़ना और कुरान तिलावत करना शामिल है। मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे महीने रोजा रखते हैं और सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं।
बता दें चौराहों पर जहां खजूर, ड्राई फूड, फल अन्य की दुकाने सज गई हैं, वहीं मस्जिदों व घरों में भी तैयारियां चल रहा हैं। रमजान के स्वागत के लिए हर तरफ तैयारियां चल रही है। सहरी व इफतार के लिए बाजारों में दुकाने सज गई हैं।