नई दिल्ली - अल्केश कुमार शर्मा ने आज इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव का कार्यभार संभाल लिया। वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1990 बैच के केरल संवर्ग के अधिकारी हैं।
इसके पहले अल्केश कुमार शर्मा ने केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिवालय में अपर सचिव और सचिव के पदों पर काम किया है। इसके अलावा उन्हें अन्य दायित्व भी सौंपे गये थे। इस दौरान शर्मा केंद्र सरकार के सभी अवसंरचना, आर्थिक, वित्तीय, उद्योग, कृषि और अन्य सम्बंधित मंत्रालयों का कामकाज देख रहे थे।
शर्मा ने अक्टूबर 2015 से सितंबर 2019 तक नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड-एनआईसीडीसी (पहले डीएमआईसीडीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंधक निदेशक के रूप में काम किया है। वे नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट एंड इंप्लीमेंटेशन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) के सीईओ भी रह चुके हैं। औद्योगिक गलियारों का विकास केंद्र सरकार कर रही है। इन्हें वैश्विक निर्माण और निवेश गंतव्यों के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो निवेश क्षेत्रों में स्थापित होंगे। इन क्षेत्रों को विश्वस्तरीय अवसंरचना तथा सक्षम नीति प्रारूप की सहायता मिलेगी। शर्मा भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा स्थापित कार्यक्रम/परियोजना प्रबंधन के कार्यबल के सदस्य रह चुके हैं।
जब वे सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्रालय में संयुक्त सचिव थे, तो उस समय उनके पास राष्ट्रीय राजमार्ग आयोजना, भू-अधिग्रहण, वन और पर्यावरण क्लियरंस, राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा एवं निगरानी, रेलवे, रक्षा और अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल, राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल और टोल नीति सम्बंधी सभी विषयों का दायित्व था। वे भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष रह चुके हैं और उन्होंने सभी टोल केंद्रों पर फास्टैग प्रणाली को लागू किया था।
शर्मा ने यूनाइटेड नेशन्स डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) के साथ तीन वर्षों (2006-09) के लिये शहरी विकास और गरीबी उपशमन के राष्ट्रीय परियोजना निदेशक के तौर पर काम किया है।
केरल राज्य में शर्मा ने सितंबर 2019 से मार्च 2021 तक कोच्चि मेट्रो रेल लि. के प्रबंध निदेशक और अपर मुख्य सचिव (विशेष परियोजना-अवसंरचना) तथा उद्योग के रूप में भी काम किया है। इस दौरान उन्होंने सेमी-हाई स्पीड रेल, विमानपत्तन, बंदरगाह, स्मार्ट सिटी, बहु-स्तरीय यातायात संकुल, अपशिष्ट से ऊर्जा परियोजना, कोच्चि-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे और केरल में औद्योगिक टाउनशिप तथा एकीकृत स्मार्ट विनिर्माता संकुलों से जुड़ी विशाल अवसंरचना परियोजनाओं के कार्यान्वयन की देखरेख की।
शर्मा ने केरल पर्यटन विकास निगम, केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम, केरल खनिज एवं धातु लि., मलाबार सीमेंट लि. और केरल राज्य विद्युत विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया है। वे केरल पर्यटन के निदेशक तथा उद्योग एवं निवेश प्रोत्साहन के सचिव भी रहे हैं।
शर्मा ने केरल में सात वर्ष के अपने दो कार्यकालों के दौरान केरल पर्यटन को गॉड्स ओन कंट्री के रूप में बढ़ावा देने और उसकी ब्रैंडिंग करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।