जम्मू (डेस्क) - आतंकवादियों द्वारा एक सरकारी दफ्तर में घुसने और एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी की गोली मारकर हत्या करने के कुछ दिनों बाद है जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने बड़ा ऐलान किया है। मनोज सिन्हा ने कहा कि पीएम पैकेज के कर्मचारी जिनमें ज्यादातर कश्मीरी पंडित हैं, उन्हें सुरक्षित जिले में तैनात किया जाएगा। मनोज सिन्हा ने पीएजीडी और भाजपा प्रतिनिधिमंडल को सूचित किया कि तहसील मुख्यालयों पर हाल ही में हुए आतंकी हमलों को देखते हुए कश्मीरी पंडित कर्मचारी सुरक्षित जिले में तैनात किए जाएंगे।
वहीं जम्मू-कश्मीर की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के साझा मंच गुपकर घोषणापत्र गठबंधन या पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन ने रविवार को कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से अपील की कि वे घाटी छोड़कर नहीं जाएं। गठबंधन ने कहा कि यह उनका घर है और यहां से उनका जाना सभी के लिए पीड़ादायक होगा। उल्लेखनीय है कि समुदाय के सदस्यों की आतंकवादियों द्वारा की गई लक्षित हत्या के बाद समुदाय के लोगों ने उन्हें दूसरे स्थान पर बसाने की मांग की है।
जम्मू-कश्मीर सरकार के सूत्रों ने कहा कि पीएजीडी नेताओं, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सीपीआई (एम) के एम वाई तारिगामी, नेकां सांसद हसनैन मसूदी और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर शाह के साथ बैठक के दौरान, उपराज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि प्रशासन द्वारा पीएम पैकेज कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बडगाम में आतंकवादियों द्वारा राहुल भट की टारगेट किलिंग के विरोध में 350 से अधिक पैकेज कर्मचारियों के इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद यह आश्वासन आया है।