दिल्ली में बारिश और आंधी से यात्रियों की बढ़ीं मुश्किलें, 19 उड़ानें डायवर्ट; देरी से पहुंची 100 से ज्यादा फ्लाइट



नई दिल्ली -  दिल्ली में बारिश और आंधी से यात्रियों की बढ़ीं मुश्किलें, 19 उड़ानें डायवर्ट; देरी से पहुंची 100 से ज्यादा फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे पर सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे से उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। तेज हवाओं व आंधी के बीच हुई बारिश के चलते 19 उड़ानों को नजदीकी हवाईअड्डों की ओर मोड़ दिया गया। लगभग 6:56 बजे हवा की गति 75 किमी / घंटा तक पहुंच गई, जिससे विमानों को उतारना मुश्किल हो गया। इन कारणों को देखते हुए लगभग 100 उड़ानें सुबह 6 से 10 बजे के बीच देरी से आईं।

हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने कहा कि सुबह साढ़े छह बजे से नौ बजे के बीच हुए आने वाली अधिकांश फ्लाइट्स के रूट बदले गए। हालांकि उसके बाद परिचालन सामान्य हो गया। जहां 13 उड़ानों को जयपुर, तो वहीं 2 को लखनऊ और 1 फ्लाइट को अमृतसर, अहमदाबाद, मुंबई और इंदौर के लिए डायवर्ट किया गया। अधिकारी ने कहा, यह काफी हद तक खराब मौसम के कारण था, जिसमें बारिश और तेज हवाओं ने हवाई अड्डे को प्रभावित किया था। तेज हवाएं विशेष रूप से आंधी के दौरान विमानों को उतारना मुश्किल बना सकती हैं।

दिल्ली हवाई अड्डे के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी सुबह 6:28 बजे ट्वीट किया, जिसमें यात्रियों से अपनी फ्लाइट स्टेट्स की जांच करने के लिए कहा गया था। इसने लिखा, खराब मौसम के कारण, दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है। यात्रियों से अनुरोध है कि अपडेटेड फ्लाइट जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें।

दिल्ली हवाई अड्डे पर स्थित पालम मौसम स्टेशन ने सुबह 6 से 8 बजे के बीच 40 से 55 किमी / घंटा की हवा की गति की सूचना दी, जो लगभग 7 बजे 50 से 75 किमी / घंटा तक बढ़ गई। इसने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर सुबह 6:56 बजे 75 किमी / घंटा की गति दर्ज की गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा, इस तरह की तेज हवाएं, या विंड शीयर लैंडिंग को मुश्किल बना देती हैं। इसके अलावा, हवाई अड्डे पर सुबह 8:30 बजे तक 27.6 मिमी बारिश भी दर्ज की गई।

उड़ान में देरी सुबह करीब छह बजे शुरू हुई और सुबह नौ बजे के बाद से परिचालन में सामान्य स्थिति बहाल हुई। लेकिन देरी के मामले में व्यापक प्रभाव पड़ा, जिससे लोगों को एक घंटे से अधिक समय तक हवाई अड्डे पर इंतजार करना पड़ा।