मुंबई(एजेंसी) - आर्थिक गतिविधियों में सुधार आने और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी) क्षेत्र पर बैंकों के दोबारा ध्यान देने से एनबीएफसी को दिया गया बैंक ऋण वित्त वर्ष 2021-22 में 10.4 प्रतिशत बढ़कर 10.5 लाख करोड़ रुपये हो गया।
केयर रेटिंग्स की एक विश्लेषण रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 2021-22 में एनबीएफसी को बैंकों से दिए गए कर्ज में कुल 99,000 करोड़ रुपये की वास्तविक रूप से वृद्धि दर्ज की गई। इस आंकडे में बैंकों द्वारा एनबीएफसी को प्रतिभूतिकरण के जरिये दी गई राशि शामिल नहीं है। इसके अलावा एनबीएफसी के ऋण समाधानों में किया गया बैंकों का निवेश भी इस राशि का हिस्सा नहीं है।
इस बीच म्यूचुअल फंडों का वाणिज्यिक पत्रों एवं कॉरपोरेट बॉन्ड के जरिये एनबीएफसी को किया गया ऋण प्रावधान भी 14.3 प्रतिशत बढ़कर 1.7 लाख करोड़ रुपये हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में इस मद में वास्तविक रूप में 21,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2021-22 के अधिकांश हिस्से में एनबीएफसी को बैंक ऋण नौ लाख करोड़ रुपये के आसपास रहा। दिसंबर 2021 में यह बढ़कर 10 लाख करोड़ रुपये हो गया और फिर उसके ऊपर ही बना रहा।