लखनऊ - जनपद के डॉ.राम मनोहर लोहिया अस्पताल, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों सहित 80 स्वास्थ्य केंद्रों पर बृहस्पतिवार(नौ जून) को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस(पीएमएसएमए) मनाया जाएगा | इसके साथ ही 24 तारीख को भी सभी प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफआरयू) पर भी पीएमएसएमए दिवस मनाया जाएगा | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने दी |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है| मातृ और शिशु मृत्यु दरका एक मुख्य कारण उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) का सही प्रबंधन न होना है | इसलिए अगर सही समय से ऐसी गर्भावस्था की पहचान कर ली जाए तो मां और बच्चे की जान को बचाया जा सकता है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया – पिछले माह पीएमएसएमए दिवस पर 4483 गर्भवती की प्रसवपूर्व जांच की गयी थी जिसमें 413 गर्भवती एचआरपी चिन्हित हुईं | प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती की प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा जांच कर उच्च जोखिम की गर्भावस्था चिन्हित की जाती हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें उच्च स्वास्थ्य केंद्रों पर संदर्भित भी किया जाता है|
इस दौरान गर्भवती का पंजीकरण, हीमोग्लोबिन की जांच, पेशाब की जाँच, सिफलिस और एचआईवी की जाँच की जाती है | इसके अलावा अल्ट्रासाउंड निःशुल्क किया जाता है | इसके साथ ही परिवार नियोजन के सम्बन्ध में परामर्श दिया जाता है | पहली बार प्रसवपूर्व जाँच कराने आयी गर्भवती का आरसीएच पोर्टल पर उसी दिन पंजीकरण किया जाता है | उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली महिलाओं को चिन्हित कर मातृ शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड पर एचआरपी की मुहर लगा दी जाती है एवं एचआरपी महिलाओं के प्रसव की कार्ययोजना सहित रिकॉर्ड स्वास्थ्य इकाइयों पर सुरक्षित रखे जाते हैं |