नई दिल्ली (डेस्क) - भारतीय नौसेना को देश का पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत (आईएसी-1) गुरुवार को मिल गया है। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड यानी सीएसएल ने इसे सौंपा। इस विमानवाहक पोत नाम भारत के पहले विमानवाहक पोत, भारतीय नौसेना जहाज (आईएनएस) विक्रांत के नाम पर रखा गया है, जिसने 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी।
'विक्रांत' की डिलीवरी के साथ भारत उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है जिनके पास स्वदेशी रूप से एक विमान वाहक डिजाइन और निर्माण करने की विशिष्ट क्षमता है। बता दें कि वर्तमान में, भारतीय नौसेना रूस से खरीदा गया एक अकेला वाहक, आईएनएस विक्रमादित्य संचालित करती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें 76% की स्वदेशी सामग्री है, जो "आत्मनिर्भर भारत के लिए देश की खोज का एक आदर्श उदाहरण है और सरकार की मेक इन इंडिया पहल पर जोर देती है"। विक्रांत मिग-29 के लड़ाकू जेट, कामोव-31 हेलिकॉप्टर, एमएच-60आर बहु-भूमिका हेलीकॉप्टर, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और हल्के लड़ाकू विमान (नौसेना) सहित 30 विमानों से युक्त एक एयर विंग का संचालन करेगा।