संचार नियोजन से स्वास्थ्य कार्यक्रमों को किया जाएगा सुदृढ़



  • आईईसी बीसीसी व एसबीसीसी कमेटी की बैठक में हुआ निर्णय
  • यूनिसेफ की टीम ने दस्तक और नियमित टीकाकरण का फीडबैक दिया

गोरखपुर - स्वास्थ्य सेवा संबंधित किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने में संचार नियोजन (कम्युनिकेशन प्लानिंग) की भूमिका अहम है । बेहतर संचार से समुदाय का व्यवहार परिवर्तन होता है और ज्यादा से ज्यादा लोग लाभान्वित होते हैं । जिले में चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों को नियोजित संचार के जरिये सुदृढ़ बनाया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी । उन्होंने बताया कि सूचना शिक्षा एवं संचार (आईईसी), व्यवहार परिवर्तन संचार (बीसीसी) और सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन संचार (एसबीसीसी) समिति की गुरुवार की शाम हुई बैठक में विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की गयी है। इस दौरान यूनिसेफ की राज्य स्तरीय टीम ने दस्तक और नियमित टीकाकरण का फीडबैक भी दिया ।

सीएमओ ने बताया कि उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल की देखरेख में समिति कार्य कर रही है जिसमें जनपद के विभिन्न कार्यक्रमों के नोडल अधिकारियों के साथ-साथ सहयोगी पार्टनर संस्थाएं भी सदस्य हैं। समिति का उद्देश्य है कि समुदाय के बीच विभिन्न कार्यक्रमों से संबंधित मुख्य संदेश पहुंचाए जाएं। इन संदेशों के बारे में पहले से जानकारी रहने से समुदाय के बीच मिथक व भ्रांतियों का खंडन हो जाता है और निर्बाध गति से कार्यक्रम चलाए जा सकते हैं । बैठक के दौरान यूनिसेफ की तरफ से टीकाकरण केंद्रों के लिए आईईसी मैटेरियल और उच्च जोखिम वाले इलाकों के लिए अन्य सहायक उपकरण देने का आश्वासन मिला है । साथ ही यह भी तय हुआ कि सभी सहयोगी संस्थाएं आपस में समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करेंगी और संचार नियोजन में भूमिका निभाएंगी । ब्लॉक स्तर के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों और बीसीपीएम को भी संचार नियोजन संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इस अवसर पर जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एके चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, यूनिसेफ के राज्य स्तरीय प्रतिनिधि भाई शैली, दयाशंकर सिंह, शहरी स्वास्थ्य मिशन के समन्वयक सुरेश चौहान, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह, मानसिक रोग कार्यक्रम के कंसल्टेंट रमेंद्र त्रिपाठी, यूनिसेफ के डीएमसी डॉ हसन फहीम, नीलम यादव, एसबीसीसी समन्वयक सोनल राठौर, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के क्षेत्रीय समन्वयक वेद प्रकाश पाठक, पाथ संस्था से अभिनय कुशवाहा, जेएसआई संस्था से अमित श्रीवास्तव, यूनिसेफ एआईएच संस्था से प्रियंका सिंह और सीएचएआई संस्था से तारिक ने संचार नियोजन सुदृढ़ीकरण के बारे में सुझाव दिया।

वीडियो व सोशल मीडिया का लेंगे योगदान : सीएमओ ने बताया कि बैठक में यह भी तय हुआ है कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों से संबंधित छोटे-छोटो वीडियो बना कर उन्हें अग्रिम पंक्ति को भेजा जाएगा और सोशल मीडिया के जरिये भी समुदाय में प्रसारित किया जाएगा।