कोल्ड चेन हैन्डलर को किया गया प्रशिक्षित



  • दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

लखनऊ - जनपद के शून्य से पाँच साल तक के बच्चों के टीकाकरण के लिए जनवरी, फरवरी और मार्च में विशेष टीकाकरण अभियान  चलाया जाएगा | इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में कोल्ड चेन हैन्डलर का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित हुआ | प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैक्सीन के बेहतर प्रबंधन और रखरखाव के बारे में जानकारी दी गई |

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एम.के.सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड चेन का निर्माण किया जाता है | कोल्ड चेन में वैक्सीन के लिए जरूरी तापमान बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी की जरूरत होती है |

ई-विन मोबाइल एप्लीकेशन से सभी कोल्ड चेन में उपलब्ध वैक्सीन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाती है | वैक्सीन के सुरक्षित भंडारण के लिए नियत तापमान की जरूरत होती है | यदि तापमान में कमी या वृद्धि होती है तो वैक्सीन के खराब होने की आशंका होती है लेकिन कोल्ड चेन में नियत तापमान में वृद्धि या कमी होने पर अलार्म बजने लगता है | इसकी सूचना एप के जरिये कोल्ड चेन प्रबंधक, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं यूएनडीपी के जिला स्तरीय अधिकारी के पास होती है |जनपद में कुल 74  कोल्ड चेन हैन्डलर नियुक्त हैं |

इस मौके  पर रानी अवन्ती बाई जिला महिला अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. सलमान ने बताया कि टीबी, पोलियो,  हेपेटाईटिस बी, काली खांसी, गलघोंटू, मीजल्स, खसरा, टिटेनस,  मस्तिष्क ज्वर, निमोनिया, और डायरिया से बचाव के लिए बीसीजी, ओपीवी,  हेपेटाइटिस बी, मीजल्स, जेई, पीसीवी, पेन्टावेलेंट और रोटा वायरस का टीका लगाया जाता है |

इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के  अधिकारी और कर्मचारी,विश्व स्वास्थ्य संगठन की सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डा. सुरभि, यूनिसेफ़ से डा. संदीप शाही और डा. सुजीत, यूएनडीपी से नीरज नागर और सभी 74  कोल्ड चेन हैन्डलर उपस्थित थे |