लखनऊ - शहरी क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण का कवरेज बढ़ाने के उद्देश्य से रविवार से विशेष नियमित टीकाकरण अभियान शुरू हुआ । इसके तहत शहरी चिकित्सालयों में प्रतिदिन नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जाएगा। इसी क्रम में अभियान का शुभारंभ रविवार को रानी अवन्तीबाई जिला महिला चिकित्सालय में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एम.के सिंह ने किया।
इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए संचालित नियमित टीकाकरण कार्यक्रम प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) चार एवं पाँच के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में पूर्ण प्रतिरक्षण के कवरेज में अपेक्षाकृत कम वृद्धि परिलक्षित हुई है। इसी उद्देश्य के साथ शहरी क्षेत्र में टीकाकरण का कवरेज बढ़ाने के लिए शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर नियमित विशेष टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है ।
डा. सिंह ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय, पुरुष चिकित्सालयों एवं शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों(सीएचसी) में प्रत्येक सप्ताह रविवार से शनिवार तक प्रातः 8 बजे से दोपहर दो बजे तक नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन होगा।इसके साथ ही सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रत्येक सप्ताह छह दिवसों, मंगलवार से रविवार तक टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। सत्रों का समय गर्मी एवं जाड़ों के मौसम में चिकित्सालय की ओपीडी के समय के अनुरूप होगा । रविवार को आयोजित होने वाले टीकाकरण सत्र में सहयोग देने वाले कर्मचारियों को सोमवार को अवकाश अनुमन्य होगा ।
उन्होंने बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण कराए जाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रेरित किया। साथ ही जनसामान्य से अपील की कि जो बच्चे टीकाकरण से वंचित हैं उनके अभिभावक सरकार द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठायें और अपने बच्चों का टीकाकरण कराएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि जनमानस में टीकाकरण के प्रति जागरूकता एवं स्वीकार्यता बढ़ाए जाने की आवश्यकता है । इसके लिए सोशल मीडिया सहित प्रचार प्रसार के अन्य माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है | इसके साथ ही आईएमए सहित अन्य चिकित्सा संगठनों, सूडा, डूडा, आईसीडीएस, शहरी स्थानीय निकाय , व्यापरिक एवम श्रमिक संगठनों की भी मदद ली जा रही है।
इस मौके पर रानी अवन्तीबाई जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सीमा, बाल रोग विशेषज्ञ डा. सलमान, अन्य चिकित्सक, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डा. सुरभि त्रिपाठी, यूनिसेफ़ से डा. सुजीत सिंह, शहरी समन्वयक असगर अली मौजूद रहे । यह हैं 12 जानलेवा बीमारियाँ - टीबी, पोलियो, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, हिपेटाइटिस, टिटेनस, निमोनिया, वायरल डायरिया, दिमागी बुखार और रुबेला ।