- सीडीओ ने किया सीएचसी सिल्वर जुबली में पीएमएसएमए दिवस का निरीक्षण
लखनऊ - सभी जिला अस्पतालों, बाल महिला चिकित्सालय, शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान(पीएमएसएमए) दिवस मनाया गया। इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी(सीडीओ) रिया केजरीवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सिल्वर जुबली में पीएमएसएमए दिवस का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने सीएचसी अधीक्षक डा. प्रियंका यादव और उपस्थित गर्भवतियों से बात की।
रिया केजरीवाल ने कहा कि गर्भवती को स्वास्थ्य केंद्रों पर कम से कम चार प्रसव पूर्व जांच जरूर करानी चाहिए। इससे उच्च जोखिम की गर्भावस्था की पहचान हो जाती है और समय से इलाज हो जाता है उच्च जोखिम की गर्भावस्था की समय से पहचान और प्रबंधन से हम जच्चा-बच्चा दोनों को ही स्वस्थ रख सकते हैं ।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि नौ तारीख को अवकाश होने के कारण पीएमएसएमए दिवस जनपद में 10 तारीख को मनाया गया । पीएमएसएमए दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य दूसरी और तीसरी तिमाही की गर्भवती को प्रसव पूर्व कम से कम एक बार एमबीबीएस चिकित्सक की देख रेख में निःशुल्क जांच एवं उपचार उपलब्ध कराना है ताकि उच्च जोखिम की गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान कर उसे समय से इलाज उपलब्ध कराया जा सके । इस दौरान गर्भवती की हीमोग्लोबिन, पेशाब, सिफलिस व एचआईवी की जाँच और अल्ट्रा साउंड की सुविधा मिलती है । गर्भवती की जांच कर स्वास्थ्य के अनुसार मातृ एवं शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड पर लाल एवं हरा डॉट लगा दिया जाता है । हरे डॉट का मतलब होता है कि गर्भवती में कोई भी खतरे के लक्षण नहीं हैं जबकि लाल का तात्पर्य है कि उच्च जोखिम की गर्भावस्था है ।
जिला स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि इस अवसर पर सीएचसी सिल्वर जुबली में कुल 90 गर्भवती की जांच हुई और 21 गर्भवती को अल्ट्रा साउंड के लिए ई-वाउचर दिए गए ।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव ने बताया कि अभी तक पीएमएसएमए दिवस माह की नौ और 24 तारीख को मनाया जाता था लेकिन अब यह माह की एक और 16 तारीख को भी मनाया जाएगा । इस तरह से पीएमएसएमए दिवस अब माह में चार बार - एक, नौ, 16 और 24 तारीख को मनाया जाएगा ।
इस मौके पर चिकित्सक, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रश्मि सिंह, और बीएमसी का स्टाफ उपस्थित रहा ।