परिवार नियोजन सेवाओं में भागीदारी निभाएं ड्रग स्टॉकिस्ट



  • गर्भनिरोधक साधनों की पहुँच बढ़ाने और जागरूकता के लिए मांगा सहयोग
  • स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पीएसआई इंडिया के सहयोग से ड्रग एंड केमिस्ट समिति की एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित

कानपुर नगर - परिवार कल्याण में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति जागरूकता, स्वीकार्यता व पहुँच बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है । इसी क्रम में शनिवार को एक स्थानीय होटल में स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से एक दिवसीय फार्मेसी उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में स्वास्थ्य कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए ड्रग स्टॉकिस्ट से भी आगे आने की अपील की गयी।

जिला औषधि निरीक्षक रेखा सचान की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला में गर्भनिरोधक साधनों को जनसमुदाय तक पहुंचाने में केमिस्ट एसोसिएशन से सहयोग की अपेक्षा की गयी । उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन साधनों का लोग इस्तेमाल तो कर रहे हैं, लेकिन इसका आंकड़ा (डाटा) नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए जरूरी है कि सही डाटा उपलब्ध कराने में स्टॉकिस्ट सहयोग करें, ताकि इस डाटा का उपयोग परिवार नियोजन की सेवाओं को और बेहतर बनाने में किया जा सके। उन्होंने संस्था के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि केमिस्ट समिति और उसके सभी सदस्यों से हर तरह का सहयोग मिलेगा ।

राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (एनयूएचएम) के नोडल अधिकारी डॉ. रमित रस्तोगी ने कहा कि खुले तौर पर दिये जाने वाले गर्भनिरोधक साधनों के लिए ग्राहक के साथ केमिस्ट को भी समझ और गोपनीयता रखना जरूरी है । वहीं गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग में जितना सरकारी व निजी चिकित्सालयों का योगदान है उतना ही निजी केमिस्ट करें तो जनपद का हेल्थ इंडिकेटर और बेहतर हो सकता है । उन्होंने केमिस्ट एसोसिएशन व ड्रग स्टॉकिस्ट को अवगत कराया कि एक अप्रैल से 30 सितम्बर तक का परिवार नियोजन का डाटा माहवार साझा करना सुनिश्चित करें ।

पीएसआई इंडिया के सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल द्विवेदी ने भी जोर दिया कि लोग परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का इस्तेमाल तो कर रहे हैं, लेकिन उसका सही डाटा नहीं मिल रहा है। इसलिए स्टॉकिस्ट से सही जानकारी मिल जाए तो डाटा संग्रह और आंकलन में बड़ी सुविधा होगी । उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय फैमिली हेल्थ सर्वे - 5 (2019-21) के अनुसार 50 प्रतिशत से अधिक लोग निजी क्षेत्र से परिवार नियोजन के साधन लेना पसंद करते हैं। इसलिए निजी क्षेत्र अपना डाटा समय से उपलब्ध कराने में सहयोग करे। साथ ही बताया कि परिवार नियोजन में केमिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय ने कहा कि कंडोम, आपातकालीन गोली, प्रेगनेसी किट को लेकर ग्राहकों में अभी भी झिझक है इसको दूर करने में केमिस्ट अहम भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही आश्वासन दिया कि कानपुर केमिस्ट एसोसिएशन पूर्व की भांति इस मिशन में भी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा और हरसंभव मदद के लिए हमेशा तत्पर रहेगा । इस अवसर पर  स्वास्थ्य विभाग से अर्बन कोऑर्डिनेटर मिलिंद गौतम तथा पीएसआई इंडिया से राम कुमार तिवारी व अन्नू मौजूद रहे।