दीपोत्सव की तैयारियों का मण्डलायुक्त ने लिया जायजा



  • राम की पैड़ी, सरयू आरती स्थल व रामकथा पार्क का किया निरीक्षण

अयोध्या। मण्डलायुक्त गौरव दयाल, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  राजकरन नय्यर के साथ दीपोत्सव से सम्बंधित प्रमुख स्थलों राम की पैड़ी, सरयू आरती स्थल, रामकथा पार्क का निरीक्षण कर दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया।अधिकारियों ने राम की पैड़ी पर उ0प्र0 प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा कराये जा रहे टूटे पत्थरों के बदलने व अन्य फिनिशिंग के कार्यो की गुणवत्ता को ठीक करने तथा भविष्य में अच्छी गुणवत्ता से कार्य कराने हेतु प्रोजेक्ट मैनेजर यूपीपीसीएल को दिये। इस दौरान अधिकारी द्वय ने दीपोत्सव के मुख्य मंचों व अतिथि दीर्घाओं एवं विशिष्ट अतिथियों के बैठने एवं आवागमन की जानकारी ली गयी तथा सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। इस अवसर पर उक्त अधिकारियों द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में स्थापित किये जाने वाले मीडिया सेंटर कक्ष का भी निरीक्षण किया गया तथा मीडिया सेंटर से सम्बंधित तैयारियों को समय से पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।


इसके पूर्व जिलाधिकारी नितीश कुमार ने जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, सुग्रीव पथ, धर्म पथ, राम पथ के कार्यो की प्रगति का पीडब्लूडी के सम्बंधित अधिशाषी अभियन्ताओं के साथ जायजा लिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जन्मभूमि पथ के दोनों तरफ बिरला धर्मशाला से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक चहर दीवारी पर जीआईसी के द्वारा भगवान श्रीराम से सम्बंधित कलाकृतियों एवं अयोध्या की संस्कृति एवं कलाकृतियों को उकेर कर समरूपता लाने एवं भवनां के फसाड कार्यो तथा यूपी आरएनएन द्वारा कराये जा रहे कैनओपी के कार्ये के प्रगति में तेजी लाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। इस दौरान जिलाधिकारी ने भक्ति पथ पर दोनों तरफ स्टम्प कंक्रीट के फुटपाथ तथा स्ट्रीट लाइट के कार्य को 09 नवम्बर 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने भक्ति पथ से हनुमानगढ़ी के निकास द्वार होते हुये जन्मभूमि पथ तक बनाये जा रहे सुग्रीव पथ के कार्य को अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड चार को प्रारम्भ करने व तीव्र गति से कराने के निर्देश दिये। इसी के साथ ही सुग्रीव किला के पीछे जन्मभूमि पथ से श्रीराम चिकित्सालय के बगल रामपथ तक जाने वाले 12 मीटर चैड़े मार्ग का कार्य प्रारम्भ करने के भी निर्देश जिलाधिकारी ने सम्बंधित कार्यदायी संस्था को दिये। रामपथ के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पथ के दोनों तरफ भवनों के फसाड कार्यो को तेज करने तथा पथ के निर्माण को गुणवत्तापूर्ण ढंग से अच्छी फिनिसिंग के साथ तेजी से कराने के निर्देश दिये। तदोपरांत जिलाधिकारी द्वारा अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या को सुगम यातायात एवं विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में स्थापित करने के लिए कराये जा रहे विभिन्न कार्यो के अन्तर्गत धर्मपथ के सुदृढ़ीकरण एवं चैड़ीकरण के कार्यो का भी स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पथ के अन्तर्गत जन सुविधाओं लिए निर्माणाधीन ड्रेन, यूटिलिटी डक्ट आदि कार्यो का अवलोकन किया तथा पूर्ण गुणवत्ता के साथ तीव्र गति से कार्य को करने के निर्देश दिये और कहा कि पथ को और अधिक  सुन्दर एवं आकर्षक बनाने के लिए भित्ति चित्र आदि के विभिन्न सौन्दर्यीकृत कार्यो के लिए बनायी जा रही भित्तियों को देखा। ज्ञातव्य है कि धर्मपथ को आकर्षक बनाने के लिए एक निश्चित ऊँचाई व लंबाई की भित्तियों का पथ के दोनों तरफ 30-30 मीटर के अन्तराल पर निर्माण किया जा रहा है, इस प्रकार पूरे पथ में लगभग 76 भित्तियों का निर्माण किया जाना है। इन भित्तियों के दोनों तरफ भगवान श्री राम के जीवन चरित्र पर आधारित लगभग 150 प्रसंगों को टेराकोटा, मोजैक, सेरोमिक, एफआरपी, जीआरपी आदि धातुओं की मूर्तियो के माद्यम से उकेरा जायेगा। कार्यदाई संस्था ने बताया अब तक 60 भित्तियां तैयार हो गई हैं, जिलाधिकारी ने उक्त भित्तियों को अधिक से अधिक टीम व मानव संसाधन लगाकर जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये, जिससे कि निर्माण के बाद इन भित्तियों पर सजाने का कार्य किया जा सकें। इसी के साथ ही दीपोत्सव के दृष्टिगत पथ के समस्त कार्यों में भी तेजी लाने तथा श्रद्धालुओं को आवागमन की बेहतर सुरक्षात्मक सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

25 हजार वालंटियर्स 21 लाख से अधिक दीए करेंगे प्रज्ज्वलित  : डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन दीपोत्सव की सफलता के लिए 51 घाटों पर पर्यवेक्षकों, समन्वयकों, प्रभारी एवं गणना सदस्यों के कार्य दायित्वों को आवंटित कर दिया गया। विवि की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल के कुशल मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप प्रान्तीयकृत दीपोत्सव को भव्य बनाया जायेगा। 11 नवम्बर को दीपोत्सव के दिन 21 लाख से अधिक दीयों को प्रज्ज्वलित करने के लिए 24 लाख से अधिक दीए सजाने के लिए 25 हजार से अधिक वालंटियर्स लगाये गए। विवि प्रशासन द्वारा कुलपति के निर्देश पर दीपोत्सव की तैयारियां को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसके लिए पदाधिकारियों के कार्य दायित्वों का भी निर्धारण कर दिया गया है। नोडल अधिकारी, पर्यवेक्षक, घाट प्रभारी, समन्वयक नियुक्त किए गए। इनकी देखरेख में पुनः विश्व कीर्तिमान बनाया जायेगा। अयोध्या के राम की पैड़ी व चैधरी चरण सिंह के 51 घाटों पर 12 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है। इसके अतिरिक्त 95 घाट प्रभारी व एक हजार से अधिक घाट समन्वयक बनाये गए है। घाटों के दीपों की गणना के लिए घाट प्रभारी एवं समन्वयकों की देखरेख में 62 वालंटियर्स को नियुक्त किए गए है। विवि दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 संत शरण मिश्र के हवाले से मीडिया प्रभारी डॉ विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है। 07 नवम्बर दोपहर से घाटों पर दीए पहुॅचने शुरू हो जायेंगे। 08 नवम्बर को दोपहर से सभी घाटों पर वालंटियर्स की मदद से दीए सजाने का कार्य किया जायेगा।