- अब पांच मार्च तक घर-घर खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा
- साढ़े तीन करोड़ से अधिक लोगों को दवा खिलाने का है तय लक्ष्य
लखनऊ - फाइलेरिया उन्मूलन के प्रति पूरी गंभीरता दिखाते हुए प्रदेश सरकार ने सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की तारीख एक सप्ताह बढ़ा दी गई है। 28 फरवरी तक चलने वाला यह अभियान अब पांच मार्च तक चलेगा। स्वास्थ्य महानिदेशक ने पत्र भेज कर संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को यह निर्देश दिये हैं।
डॉ रमेश सिंह ठाकुर, राज्य कार्यक्रम अधिकारी, फाइलेरिया ने बताया कि प्रदेश के 17 जिलों में एमडीए अभियान को सफल बनाने के लिए इस अभियान की तारीख एक सप्ताह और बढ़ाई गई है। 26 तारीख तक चले इस अभियान के दौरान 27250396 लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर लिया है। उन्होंने बताया कि दवा सेवन के हर दिन के आंकड़े ई-कवच पोर्टल पर दर्ज किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य टीम को निर्देश है कि फाइलेरिया रोधी दवा अपने सामने ही खिलाएं और खिलाने से पहले व्यक्ति को बीमारी व दवा संबंधी जानकारी दें। किसी भी व्यक्ति को खाली पेट दवा न खिलाएं। वर्तमान में प्रदेश में फाइलेरिया प्रभावित 51 जिले हैं। अभियान की सफलता के लिए 56 हजार 728 स्वास्थ्यकर्मी, 28 हजार 364 टीमें और सात हजार पर्यवेक्षक लगाए गए हैं। कुल 3 करोड़ 60 लाख 25891 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य तय किया गया है। ध्यान रखें इस दवा का सेवन दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमार को छोड़कर सभी को करना है। दवा सेवन के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भी संपर्क कर सकते हैं।
लाइलाज बीमारी है फाइलेरिया : फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है और यह क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है। इसमें लक्षण जैसे- हाइड्रोसील, हाथ-पैर व स्तन में सूजन आदि पांच से 15 साल में दिखाई देते हैं। यह अभियान प्रदेश के 17 जिलों में चल रहा है। इसमें अमेठी, आजमगढ़, बलिया, बांदा, बाराबंकी, बरेली, हमीरपुर, जौनपुर, जालौन, लखनऊ, पीलीभीत, शाहजहांपुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, उन्नाव और वाराणसी शामिल है। अमेठी, आजमगढ़, बांदा, बाराबंकी, बरेली, लखनऊ, प्रतापगढ़, प्रयागराज, उन्नाव और वाराणसी में ट्रिपल ड्रग (आइवरमेक्टिन, डीईसी और एल्बेंडाजोल) खिलाई जा रही है जबकि बलिया, हमीरपुर, जालौन, जौनपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर और सोनभद्र में डबल ड्रग (डीईसी और एल्बेंडाजोल) का सेवन कराया जा रहा है।
फाइलेरिया के लक्षण और उपाय :
• पांच से 15 साल में हाइड्रोसील, हाथ-पैर व स्तन में सूजन आदि
• सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) चक्र में दवा का सेवन जरूर करें
• गंदगी और मच्छर से दूर रहें और पूरी बांह का कपड़ा पहनें
• मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग दिन में भी करें