लखनऊ। ग्रेटर शारदा सहायक समादेश के कार्यालय सभागार में वाटर-ऐड व तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मंगलवार को बैठक हुई। इसमें कम पानी में अधिक सिंचाई: अधिक फसल-अधिक कमाई को बढ़ावा देने के लिय सभी को प्रेरित किया जा रहा है। कर्मचारियो व अधिकारियों को क्षेत्र में निर्देशित किया गया कि कार्यालय में प्लास्टिक का प्रयोग न करें तथा कार्यालय के वर्षा जल को संग्रहित करने की समुचित व्यवस्था करें। सभी लोग वृक्ष लगायें और लोगों को वृक्षारोपण करने के लिए प्रेरित करें व लगये गए पौधों की रक्षा करें। ग्रेटर शारदा सहायक के सभी कर्मचारी विभागीय अधिनियम 1976 के नियम 2(क) "कृषि विकास का तात्पर्य किसी कृषि भूमि का विकास करने या कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए कार्य से और इसमें जलोत्सारण, भूमिगत जल विकास और भू-संरक्षण सम्मलित है" के मुद्दे पर कार्य करें। इसके सम्बन्ध में आमजन को जागरूक भी करें, जिससे जलवायु-परिवर्तन को रोका जा सके। इसके साथ उपस्थित मीडिया कर्मियों से अपील की गयी कि हो रहे जलवायु-परिवर्तन पर रोक लगाने, पानी बचाने का व्यापक प्रचार प्रसार, माइक्रो इरीगेशन को बढ़ावा देने सम्बन्धी जागरूकता अभियान अपने मीडिया के माध्यम से करें।
चर्चा में उपस्थित सभी मीडिया कर्मियों द्वारा सहमति व्यक्त की गयी कि जलवायु परिवर्तन का मुद्दा बहुत ही ज्वलंत है इस पर सबको मिलकर काम करना ही होगा जिससे कि जलवायु परिवर्तन से हो रहे रोज के नुकसान से बचा जा सके ।