एक लाख लोगों को सरकारी खर्च पर राम मंदिर में दर्शन कराएगी असम सरकार : डॉ. हिमंत
अयोध्या। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा भाजपा के कई नवनिर्वाचित सांसदों के साथ शनिवार को रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या पहुंचे। इस दौरान कई विधायक भी उनके साथ थे। दर्शन के बाद मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा ने लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट हार के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल को लेकर कहा यह सही नहीं है। लोग यह ना समझें रामलला और बीजेपी का संबंध वोट से हैं। उन्होंने कहा कि हमें पांच साल नहीं, 50 साल लंबी सरकार चलानी है। जीतने हारने का काम चुनाव से पहले सोचना चाहिए। चुनाव के बाद यह वार्ता ही नहीं करना चाहिए।
महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रदेश के मंत्री सतीश शर्मा, मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने उनका स्वागत किया। इसके सभी हनुमानगढ़ी पहुंचे। इसके बाद रामलला का भी आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ लेंगे और नए युग का निर्माण होगा। उससे पहले हमने हनुमान जी और रामलला से आशीर्वाद मांगा है। पांच साल में भारत का वैभव और बढ़े। हम विश्वगुरु बनें। आज राम मंदिर का प्रभाव पूरे देश में है, लेकिन राम मंदिर चुनाव मुद्दा नहीं बन सकता है। शपथ ग्रहण में रामलला का आशीर्वाद लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम लोकसभा चुनाव हारे नहीं हैं। तीन बार देश में प्रधानमंत्री बनने का बहुत बड़ा सम्मान मोदी को मिला है। इसके पहले नेहरू थे।
सीएम के साथ उनके पुत्र नंदिल बिस्वा शर्मा और राज्यसभा सदस्य पवित्र मार्गरिट, नबजित पतगिरी, विधायक मानव डेका, विधायक तरंग गोगोई, विधायक रूपेश ग्वाला, विधायक, पूर्व सांसद पल्लव लोचन दस, सांसद दिलीप शाकिया भी शामिल रहे। सीएम डॉ. हिमंत बिश्व शर्मा ने बताया कि अतिथि भवन बनाए जाने को लेकर वार्ता चल रही है। इस वर्ष असम के एक लाख लोग रामलला का दर्शन करने के लिए सरकारी खर्च पर आएंगे।