परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी विभागों का समन्वय जरूरी : उप जिलाधिकारी



बहराइच । स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्शन में मोबियस फाउंडेशन की वित्तीय सहायता से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया उम्मीद परियोजना का संचालन कर रहा है। इसके अंतर्गत सभी विभागों के साथ अन्तर्विभागीय बैठक उप जिलाधिकारी दिनेश कुमार की अध्यक्षता में तहसील सभागार में हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग (नोडल विभाग), पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग (बेसिक शिक्षा एवं इंटर कॉलेज), आजीविका मिशन, आईसीडीएस, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स समेत अन्य विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

बैठक का उद्देश्य परिवार नियोजन और बाल विवाह उन्मूलन कार्यक्रमों में विभागीय समन्वय सुनिश्चित करना था। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के बी.के. जैन ने बताया कि उम्मीद परियोजना के तहत सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन कॉर्नर की स्थापना, किट वितरण, और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही किशोर गर्भावस्था, पुरुष सहभागिता, और गर्भनिरोधक विकल्पों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने जरवल ब्लॉक में बाल विवाह विरोधी अभियान की प्रगति पर प्रकाश डाला, जिसमें स्कूलों और समूह बैठकों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है।

बाल विवाह के विरुद्ध कार्यक्रमों पर विशेष जोर : उप जिलाधिकारी ने कहा, "सभी विभागों के समन्वित प्रयासों से बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त किया जा सकता है। पयागपुर, विश्वेश्वरगंज और हुजूरपुर के विद्यालयों में बाल विवाह विरोधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए जिससे किशोर-किशोरियों को जागरूक किया जा सके।" उन्होंने कहा कि यह बैठक विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रदान की जा रही सेवाओं को समुदाय तक प्रभावी रूप से पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

परिवार नियोजन कार्यक्रम में विभागीय समन्वय की आवश्यकता :  खंड विकास अधिकारी, पयागपुर दीपेन्द्र पाण्डेय ने विषय से सम्बन्धित लघु फिल्म आदि को प्रचार के रूप में प्रयोग करने को कहा। इसी क्रम में खंड विकास अधिकारी विश्वेश्वरगंज सर्वेश तिवारी ने कार्यक्रम में सभी कोटेदार और एन.आर.एल.एम. के समूहों को सम्मिलित करने का निर्देश दिया।

अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हुजूरपुर एवं विश्वेश्वरगंज, डॉ.आभास अंकुर एवं धीरेन्द्र तिवारी ने परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा, "इस प्रकार की बैठकें न केवल परिवार नियोजन कार्यक्रम की प्रगति को तेज करेंगी, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होंगी।" कार्यक्रम में उपस्थित खंड शिक्षा अधिकारी, सी.डी.पी.ओ एवं प्रधानाचार्य द्वारा कार्यक्रम को समुदाय तक पंहुचाने हेतु अपने अपने विभाग हेतु कार्य नियोजन किया गया।

विद्यालयों में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग में बाल विवाह पर चर्चा : इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने सुझाव दिया कि उनके विद्यालय में बाल विवाह के विरुद्ध कार्यक्रम की शुरुआत की जा सकती है। पैरेंट्स-टीचर मीटिंग में भी इस मुद्दे पर चर्चा कर जागरूकता बढ़ाई जा सकती है। बैठक में मुख्य रूप से पयागपुर, हुजूरपुर और विश्वेश्वरगंज के ए.डी.ओ. पंचायत, ए.डी.ओ. (आई.एस.बी.), सी.डी.पी.ओ., खंड शिक्षा अधिकारी, विद्यालयों के  प्रधानाचार्य, एन.आर.एल.एम.के ब्लॉक मिशन मैनेजर, भारत स्काउट्स और गाइड्स से कल्लन, बी.पी.एम अनुपम एवं ममता, पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इण्डिया से अभिषेक पाठक एवं साफिया तथा टी.एस.यू. से  राम बरन समेत अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।