अन्नप्राशन व गोद भराई कार्यक्रम के जरिए दिए सेहतमंद रहने के मूल मंत्र



  • गर्भवती व धात्री माताओं को स्तनपान के फायदे बताने के साथ डायरिया प्रबंधन के भी दिए जरूरी टिप्स   

मुरादाबाद । जनपद के ग्राम पंचायत मोरा मुस्तकम में बृहस्पतिवार को समुदाय आधारित गतिविधि के तहत अन्नप्राशन और गोदभराई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को स्तनपान के फायदे बताने के साथ ही डायरिया रोकथाम और प्रबन्धन के बारे में भी जागरूक किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजेश कुमारी, ममता एवं आशा संगिनी मीरा शर्मा ने हाथों की सही तरीके से साफ़-सफाई और उसके फायदे के बारे में भी गीत के माध्यम से आकर्षक ढंग से बताया, जो महिलाओं को खूब पसंद आया। सांप-सीढ़ी खेल के माध्यम से डायरिया के कारण, बचाव, उपचार, रोकथाम और प्रबन्धन के बारे में भी विस्तार से बताया गया।

 इस मौके पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि बारिश और उमस के दौरान डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं। डायरिया का सही इलाज ओआरएस का घोल और जिंक के टेबलेट हैं, जिन्हें उम्र के अनुसार निश्चित अवधि और निश्चित मात्रा में लेना बहुत जरूरी होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में 31 जुलाई तक डायरिया रोको अभियान चलाया जा रहा है। डायरिया रोको अभियान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (पीएसआई इंडिया) और केनव्यू भी ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम के माध्यम से सहयोग कर रहे हैं। समुदाय में डायरिया के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य के साथ ही बच्चों में डायरिया की रोकथाम, ओआरएस व जिंक के उपयोग को प्रोत्साहन और जनसामान्य में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए आज अन्नप्राशन और गोद भराई कार्यक्रम में इस जागरूकता गतिविधि को भी शामिल किया गया।

इस मौके पर छह माह पूरा कर चुके चार शिशुओं का अन्नप्राशन किया गया और बताया गया कि छह माह तक शिशु को सिर्फ और सिर्फ मां का दूध देना चाहिए। छह माह पूरे करने के बाद शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पूरक आहार देना जरूरी होता है। इसके तहत घर का बना साफ़ और ताजा मसला हुआ भोजन देना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को बताया गया कि गर्भावस्था के दौरान वह अपने साथ ही गर्भस्थ की बेहतरी के लिए खानपान का पूरा ख्याल रखें।