लखनऊ - हिन्दी के महान साहित्यकार पद्मश्री रामदरश मिश्र का कल रात दिल्ली में निधन हो गया। वे 102 वर्ष के थे। श्री मिश्र को इसी वर्ष पद्मश्री से अलकृंत किया गया था। उन्हें वर्ष 2015 में साहित्य अकादमी और और वर्ष 2021 में व्यास सम्मान सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
श्री रामदरश मिश्र ने एक सौ से अधिक कविता, कहानी, उपन्यास, संस्मरण और आलोचना पुस्तकों की रचना की। उनकी कृतियों में स्वप्न भंग, बबूल और कैक्टस, पानी के प्राचीर, सूखता हुआ तालाब, बारिश में भींगते बच्चे और सपनों भरे दिन प्रमुख हैं। श्री मिश्र ने दिल्ली विश्वविद्यालय सहित कई विश्वविद्यालयों में अध्यापन कार्य भी किया था ।