लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की पहल: ट्रांसजेंडर अधिकारों पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित



लखनऊ । लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने समावेशी पुलिसिंग को सुदृढ़ करने और ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति संवेदनशील एवं अधिकार-केंद्रित व्यवहार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक दिवसीय विशेष जागरूकता एवं क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। 

कार्यक्रम का मुख्य फोकस ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 एवं नियम, 2020 पर केंद्रित था। इसमें कानूनी प्रावधानों, पहचान प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया, भेदभाव पर रोक, कल्याणकारी उपाय और अपराधों के लिए दंड जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम में लगभग 150 महिला पुलिस प्रशिक्षुओं ने भाग लिया, जो महिला अपराध शाखा की पुलिसिंग को और अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। इस प्रशिक्षण में समानता का सम्मान प्रन्यास, धौलपुर संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्षा, श्रीमती देविका देवेन्द्र एस मंगलामी ने विशेषज्ञ के तौर पर भाग लिया। उन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय की सामाजिक एवं कानूनी चुनौतियों, पुलिस और समुदाय के बीच विश्वास निर्माण, और संवेदनशील व्यवहार के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने इस कार्यक्रम के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि पुलिस कर्मी ट्रांसजेंडर समुदाय को सम्मान और सुरक्षा के साथ सेवा प्रदान कर सकें। पुलिस प्रशासन ने कहा कि समावेशी पुलिसिंग आधुनिक समय की अनिवार्य आवश्यकता है और इस दृष्टिकोण को सुदृढ़ करने के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के जागरूकता एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।इस पहल से यह संदेश जाता है कि पुलिस बल समाज के सभी वर्गों के प्रति समान न्याय और सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है और संवेदनशील, समावेशी एवं अधिकार-केंद्रित पुलिसिंग की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेगा।