सतर्कता ने चढाई सीढ़ी, लापरवाही पर सांप ने डसा



  • प्रसव पूर्व जांचों के साथ महिलाओं ने जाना कोविड प्रोटोकॉल
  • सांप-सीढ़ी के अनूठे खेल ने किया कोविड-19 के प्रति जागरूक
  • सीफार के तत्वावधान में सरसौल सीएचसी पर हुआ आयोजन

कानपुर, 9 नवंबर - आमजन को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के प्रति जागरूक करने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए जागरूक कानपुर अभियान के तहत नित्य-प्रति सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था द्वारा अनूठे आयोजन किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को संस्था द्वारा एक अनोखा तरीका अपनाया गया। आशा कार्यकर्ताओं, गर्भवती महिलाओं और उनके परिजन को कोरोना के प्रति जागरूक करने, मास्क की उपयोगिता, शारीरिक दूरी और हाथों को बार-बार धाने के महत्व को बताने के लिए लोकप्रिय खेल सांप-सीढ़ी की मदद ली गई।

हाई रिस्क प्रेगनेंसी दिवस के मौके पर सरसौल सीएचसी पर आयोजित सांप-सीढ़ी के खेल का शुभारंभ करते हुए सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. अमित रस्तोगी ने कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति सजग करने के लिए सांप-सीढ़ी का खेल एक नायाब तरीका है। इस तरह के खेलों के माध्यम से लोगों में कोविड को लेकर जानकारी बढ़ेगी। उन्होंने लोगों को कोरोना से बचाव के उपाय भी बताए।
बीसीपीएम रूबी नाज ने बताया कि सांप सीढ़ी के इस खेल के जरिए सहजता और रोचकता के साथ मतदान जागरुकता का संदेश दिया गया। इसके तहत जिले में कई जगह सांप-सीढी के खेल के जरिए कोरोना के प्रति जागरुकता फैलाई गई। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के टिप्स देते हुए कोरोना काल में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जानकारी दी।

प्रतियोगिता के पहले राउंड में आशा कार्यकर्ता सोनी देवी, सरला साहू, शांति देवी, मंजू पाल और दूसरे राउंड में सुधा शुक्ला, सिमी बाजपेयी, सुनीता साहू और संजू देगी शामिल हुईं। कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के चलते पहले राउंड में सोनी देवी और दूसरे राउंड में सुधा शुक्ला को विजयी घोषित किया गया। प्रतियोगिता के अगले चरण में गर्भवती महिलाओं उषा, शीला, आरती और रूची को इस खेल में शामिल किया गया। इस राउंड में उषा ने बाजी मारी। सभी चरणों के विजेताओं को बीसीपीएम रूबी नाज द्वारा कोराना सुरक्षा किट प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर आशा संगिनी रविला अवस्थी, कमलेश कुमारी, संगीता त्रिपाठी, पुष्पा सिंह, पुष्पा उत्तम, संजना यादव सहित अाशा कार्यकर्ता सीमा बाजपेयी, उमा द्ववेदी, सरला शाही, चंद्रावती, गीता, मंजू पाल, मिथलेश, शांति देवी सहित बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं, उनके परिजन व अन्य मरीजों के तीमारदार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

इस तरह से हुआ यह अनूठा खेल : इस अनूठे प्रयोग में सांप-सीढ़ी खेल के नियमों का यथावत रखा गया लेकिन सांप के काटने और सीढ़ी मिलने वाले स्थानों पर कोविड-19 जागरूकता से जुड़़े संदेश डालकर इसे रोचक बनाया गया है। इस रोचक खेल के माध्यम से लोगों को बताया गया कि कोविड प्रोटोकाल की अनदेखी पर उन्हें किस तरस से सांप ने काटा, और सांप काटने का मतलब है कि संबंधित व्यक्ति घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग नहीं कर रहा था। इसी तरह बार-बार हाथों को न धुलने, शारीरिक दूरी का ख्याल न रखने और अनावश्यक घर से बाहर निकलने पर भी सांप काटता रहा। खेल के दौरान जागरूक रहने वाले खिलाड़ियों जैसे कि मास्क को न सिर्फ लगाने बल्कि सही तरीके से लगाने, अपने हाथों को बार-बार सेनिटाइज करने अथवा साबुन और पानी से अच्छी तरह से धुलने और भीड़भाड़ वाली जगहों पर शारीरिक दूरी का ख्याल न रखने वाले प्रतिभागियों को जल्दी-जल्दी सीढ़ी मिलती गई और वह अासानी से अपने लक्ष्य तक पहुंच कर जीत दर्ज करने में सफल रहे।