लखनऊ, 23 नवम्बर 2020 - बच्चों को सुपोषित बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयासरत है | इसी को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष सितम्बर को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है | इस बार पोषण माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुपोषित बच्चों के परिवार को एक-एक गाय दिए जाने के निर्देश दिए थे | उन्होंने कहा था कि ऐसे व्यक्ति जो गाय रखने के इच्छुक हों और उनके पास गाय रखने का स्थान उपलब्ध हो उन्हें निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों से गाय उपलब्ध कराई जाए | इसी क्रम में गोपाष्टमी के दिन रविवार को सरोजिनीनगर ब्लाक में तीन अति कुपोषित(सैम) बच्चों के परिवारों को गाय सौंपी गयीं – यह जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) कामिनी श्रीवास्तव ने दी |
इस अवसर पर सीडीपीओ ने बच्चों के उचित पोषण के बारे में बताते हुए कहा – हमें कुपोषित बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है | इसलिए मुख्यमंत्री ने लोगों को गाय देने की योजना की शुरुआत की है | गाय का दूध पौष्टिक होता है और दूध को सम्पूर्ण भोजन कहा जाता है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक पौष्टिक तत्व होते हैं जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं | यह ब्रेन टॉनिक के रूप में काम करता है | इसलिए बच्चों को इसे देने की सलाह दी जाती है | यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, कैल्शियम, ऊर्जा और विटामिन “बी” का अच्छा स्त्रोत होता है |
कामिनी ने बताया - परवर पश्चिम में दो और एन ग्राम सभा में एक अति कुपोषित बच्चे के परिवार को गाय दी गयी | एन ग्राम सभा में 12 माह की स्वीटी गुप्ता के पिता अजय कुमार और परवर पश्चिम में दो वर्षीय अंजनी के पिता बेचालाल तथा तीन वर्षीय माही की माँ राम दुलारी को गाय सौंपी गयी |
इस अवसर पर परवर पश्चिम के ग्राम प्रधान इदरीश ने लाभार्थियों से कहा- वह लोग गायों को अच्छी खुराक दें और उनकी सेवा करें ताकि वह हृष्ट पुष्ट हों और अच्छे से दूध दें |