लखनऊ - नेशनल पीजी कॉलेज लखनऊ में मानसिक स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल विकास की दसवीं संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुआ जिस के क्रम में बीसीए प्रथम वर्ष के 50 छात्र छात्राओं को नोडल अधिकारी तथा मास्टर ट्रेनर डॉ अर्चना सिंह, डॉ रीना श्रीवास्तव तथा डॉक्टर नीरज आर्य श्रीवास्तव के द्वारा प्रशिक्षित किया गया l
डॉ अर्चना सिंह ने प्रथम सत्र का शुभारंभ मां सरस्वती के श्लोक के उपरांत किया तथा छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सचेत करते हुए कार्यशाला के उद्देश्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न महत्व के बारे में बताया तथा कोविड के उपरांत युवाओं में बढ़ते मानसिक स्वास्थ संबंधी समस्याओं के बारे में पीपीटी के माध्यम से चर्चा की और कहा कि जब शरीर और मन स्वस्थ होगा तभी हम देश और समाज की प्रगति में योगदान देकर स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकेंगे, तदोपरांत कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में आए श्री रविकांत रैना क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने मानसिक समस्या व मानसिक बीमारी के परस्पर संबंध अंतर को स्पष्ट करते हुए मानसिक बीमारियों के विभिन्न कारणों एवं मानसिक समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों को बताया तथा आधुनिक जीवन शैली के चलते हुए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम ,योगा नियमित रूप से करने के लिए कहा तथा विश्वविद्यालय में उपलब्ध टेली मानस सुविधा की वेबसाइट इत्यादि के बारे में जानकारी दी l डॉक्टर शालिनी लांबा ,विभागाध्यक्ष कंप्यूटर विभाग ने विभिन्न जीवन कौशल तथा आधुनिक उपकरणों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विभिन्न प्रकार के दुष्प्रभावों को बताते हुए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया l
द्वितीय सत्र में डॉक्टर नीरज आर्य श्रीवास्तव ने भारतीय परंपरा का जिक्र करते हुए सादा जीवन तथा उच्च विचार के महत्व के बारे में बताया l डॉक्टर श्वेता सिन्हा ने युवाओं में बढ़ते मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से कैसे बच सकते हैं पर चर्चा की l कार्यशाला के अंतिम चरण में छात्रों द्वारा अनेक जिज्ञासाओं व समस्याओं को व्यक्त किया गया, जिसका विशेषज्ञों ने व्यावहारिक रूप से समाधान किया l डॉ रीना श्रीवास्तव ने छात्रों से कहा कि आप एक कागज पर अपनी समस्याएं लिख दीजिए, आपकी समस्या गोपनीय रखी जाएगी तथा कंप्यूटर विभाग से आए डॉ अमित श्रीवास्तव, डॉ रिंकू रहेजा, डॉ महेश को धन्यवाद ज्ञापित कर आज का कार्यक्रम समाप्त किया l समस्त छात्रो एवं सहशैक्षणिक कर्मचारियों ने उत्साह पूर्वक सहभागिता की l