क्षय रोग उन्मूलन में जन सहभागिता की अहम् भूमिका : डीटीओ



लखनऊ - “टीबी हारेगा देश जीतेगा” उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मंगलवार को माल ब्लाक में प्लान इंडिया ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से  नव निर्वाचित ग्राम प्रधानों का एक दिवसीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया | इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी(डीटीओ) डा. ए.के. चौधरी ने कहा- प्रधानमंत्री ने आह्वाहन किया है कि देश को 2025 तक क्षय रोग से मुक्त कराना है | इसके लिए समाज के हर व्यक्ति को क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में अपना सहयोग देना चाहिए  ताकि जनपद ही क्या पूरा प्रदेश और देश इस रोग से मुक्त हो जाये |

जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा- ग्राम प्रधानों की क्षय रोग उन्मूलन अभियान में  अहम भूमिका है | वह पंचायत के माध्यम से गाँव-गाँव में क्षय रोग के लक्षणों सहित इसकी जाँच और इलाज के बारे में जनसमुदाय को बताएं | वह एक अभियान छेड़ें कि उन्हें अपने गाँव अपने ब्लाक को क्षय रोग मुक्त बनाना है | जनसहभागिता सुनिश्चित करें | समाज के अंतिम व्यक्ति तक इसकी जानकारी पहुंचे ताकि हम शीघ्र से शीघ्र इस बीमारी से जिले को मुक्त करायें |

इस मौके पर खंड विकास अधिकारी  रवीन्द्र मिश्रा ने कहा – जनपद को क्षय रोग से मुक्त कराने के लिए सभी विभागों को प्रयास करने चाहिए |  सब मिलकर प्रयास करेंगे तभी हम प्रधानमंत्री का सपना पूरा कर पाएंगे |

इस अवसर पर पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक रामजीवर्मा ने  ग्राम प्रधानों को क्षय रोग के लक्षणों, रोग की पहचान , रोग के प्रसार और इलाज के बारे में जानकारी दी | उन्होने बताया  कि क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रूपये की धनराशि सीधे उनके खाते में भेजी जाती है |

इस अवसर पर राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के फहीम अहमद, माल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र  के सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर अक्षय यादव, प्लान इण्डिया के राज्य समन्वयक श्याम प्रकाश , वैशाली सहित कुल 30 प्रधान मौजूद रहे |     

क्षय रोग के यह हैं लक्षण :

  • दो हफ्ते से लगातार खांसी आना
  • बुखार आना
  • रात में पसीना आना
  • भूख न लगना
  • वजन में लागातर कमी आना