लखनऊ - राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) पर मंगलवार को फाइलेरिया रोगियों के लिए रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता उपचार (एमएमडीपी) किट का वितरण किया गया जिसमें तौलिया, टब, मग और बाल्टी था । इसके साथ ही फाइलेरिया रोगियों को फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल एवं व्यायाम के बारे में बताया गया।
इस मौके पर कुल 82 एमएमडीपी किट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर सीएचसी अधीक्षक डा. अवधेश कुमार ने कहा कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों की नियमित देखभाल और व्यायाम करने से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
इससे फाइलेरिया प्रभावित अंगों की सूजन में कमी आती है । यह जो एमएमडीपी किट मिली है उसका उपयोग स्वयं करें ।
मलेरिया निरीक्षक सीमा शुक्ला ने कहा कि फाइलेरिया बीमारी का कोई इलाज नहीं है । इसका केवल प्रबंधन किया जा सकता है । यह मच्छर के काटने से होती है जो कि गंदे पानी में पनपते हैं । इसलिए मच्छरों से बचने के लिए मच्छररोधी क्रीम या अगरबत्ती का प्रयोग करें । सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें । इसके साथ ही मच्छरजनित परिस्तिथियाँ उत्पन्न न होने दें । इसके अलावा इस बीमारी से बचाव के लिए साल में एक बार आशा दीदी घर-घर फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने आती हैं उसका सेवन जरूर करें ।
स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च संस्था के सर्वेश पांडे ने फाइलेरिया रोगियों को बताया कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों की नियमित सफाई बहुत जरूरी होती है अन्यथा संक्रमण होने की संभावना होती है । उन्होंने प्रदर्शन करके दिखाया । उन्होंने बताया कि अंगों को धोते समय कभी भी साबुन सीधे फाइलेरिया प्रभावित अंग पर न लगाएं जबकि साबुन का फेना बनाकर हल्के हाथों से अंग पर लगाए फिर पानी से धोएं । हल्के हाथ से तौलिए से ऊपर से नीचे की ओर पोंछें । इसके अलावा प्रभावित अंगों के व्यायाम के बारे में भी बताया ।
सर्वेश ने बताया कि फाइलेरिया के मरीजों के उपचार के लिए इंदिरा नगर स्थित रीजनल आयुर्वेद रिसर्च सेंटर में, संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी(आईएडी) है जहां फाइलेरिया के गंभीर रोगियों का भारतीय पारंपरिक पद्धतियों के माध्यम से इलाज किया जाता है जो रोगी अपना इलाज कराना चाहते हैं वह वहाँ जाकर संपर्क कर सकते हैं ।
इस मौके पर स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी राजेश सिंह, बीसीपीम प्रद्युम्न कुमार मौर्य,बीएचडब्लू कैलाश,रेहान तथा सीएचसी के कर्मचारी मौजूद रहे ।