- 14 नवंबर - बाल दिवस विशेष
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ प्रतिभाओं से भरी हुई है। इसी कड़ी में इंदिरा नगर सीएमएस की कक्षा दो की छात्रा गार्गी द्विवेदी ने नृत्य कला में अपनी अद्भुत प्रतिभा से सबको प्रभावित किया है। राष्ट्रीय स्तर सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर गार्गी अब तक लगभग 350 पुरस्कार जीत चुकी हैं और उनका यह सफर लगातार आगे बढ़ रहा है।
गार्गी के पिता अम्बरीष द्विवेदी आईटी इंजीनियर हैं और मां ऋचा द्विवेदी गृहणी। माता-पिता के मार्गदर्शन और सहयोग से गार्गी नृत्य की ऊँचाइयों को छू रही हैं। ऋचा द्विवेदी ने बताया कि बेटी पिछले तीन वर्षों से संगीत नाटक अकादमी में नृत्य की शिक्षा ले रही है, जहाँ गुरु डॉ. मंजु मल्कानी और श्रुति के निर्देशन में वह लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।
शास्त्रीय नृत्य वर्ग में गार्गी दो बार राज्य स्तरीय स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने लुलु फनटुरा लिटिल सुपर स्टार सीजन–3 में रनरअप का खिताब हासिल किया। इसके अलावा, “उत्तर प्रदेश लोकगीत, नाट्य, नृत्य, गाथा, चित्रकला एवं परिधान प्रतियोगिता” में राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किया, जिसे संस्कृति मंत्रालय और व्यानजना आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी के सहयोग से प्रयागराज में आयोजित किया गया था।
गार्गी को राजभवन, लखनऊ में आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में प्रस्तुति देने और सम्मानित होने का अवसर भी मिला, जहाँ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि थीं और अपर्णा यादव विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थीं।
इसके अतिरिक्त, शौर्य महोत्सव में पूर्व सैनिकों के सम्मान हेतु आयोजित कार्यक्रम में गार्गी ने अपनी नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उनके प्रदर्शन की सराहना पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं वर्तमान राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. रीता बहुगुणा जोशी (सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व सांसद), लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, ई. अवनीश सिंह (एमएलसी) और एमएलसी पवन सिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य अतिथियों ने किया है। इस दौरान महापौर सुषमा खर्कवाल ने उन्हें सम्मानित भी किया।
गार्गी के उत्कृष्ट कथक प्रदर्शन पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। उन्होंने अयोध्या महोत्सव, गोंडा अवध महोत्सव, लखनऊ महोत्सव और सेवा शिखर सम्मान जैसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक आयोजनों में अपनी कला से शोभा बढ़ाई है।
ऋचा द्विवेदी ने गर्व से बताया कि पहले लोग उन्हें "द्विवेदी बहू" के नाम से जानते थे, लेकिन अब बेटी की उपलब्धियों के कारण लोग उन्हें "गार्गी की मां" कहकर पहचानते हैं। बता दें कि गार्गी आगामी 14 नवंबर को गौरैया सांस्कृति संस्थान द्वारा लोहिया पार्क में आयोजित गौरैया संस्कृति महोत्सव 2025 में प्रभु राम पर आधारित नृत्य नाटिका में भी प्रस्तुति देने वाली हैं।