'डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम को सफल बनाने को आगे आए निजी अस्पताल



  • स्वास्थ्य सेवाओं का ब्योरा पोर्टल पर जरूर दें निजी अस्पताल : सीएमओ
  • पीएसआई इंडिया व केनव्यू के सहयोग से जनपद में चलाया जा रहा कार्यक्रम

मथुरा । स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में जनपद में चलाये जा रहे ‘डायरिया से डर नहीं’ कार्यक्रम से निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम और निजी चिकित्सकों को भी जोड़ने की पहल की गयी है। इस सम्बन्ध में शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित सभागार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राधा बल्लभ की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में 21 निजी अस्पतालों से 18 चिकित्सकों और तीन अस्पताल प्रबंधकों ने भाग लिया।   

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि निजी अस्पताल जो भी स्वास्थ्य सेवाएँ लोगों को मुहैया करा रहे हैं, उसका पूरा विवरण हेल्थ मैनेजमेंट इन्फार्मेशन सिस्टम (एचएमआईएस) के पोर्टल पर समय से अवश्य अपडेट करें। उन्होंने निजी अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ. आलोक कुमार ने निजी चिकित्सकों के पास आने वाले डायरिया केस के बारे में विस्तार से चर्चा की। चिकित्सकों ने सहमति भी जताई कि वह इस दिशा में हरसम्भव सहयोग करेंगे ताकि डायरिया के निदान की दिशा में उचित कदम उठाये जा सकें। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. ब्रजेन्द्र तिवारी ने निजी अस्पतालों के रिपोर्टिंग से जुड़े कर्मचारियों को एचएमआईएस पर एक बार फिर से प्रशिक्षित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की सही रिपोर्टिंग होने से सरकार स्वास्थ्य सेवाओं का आकलन कर उनकी गुणवत्ता में सुधार के लिए नीतियां तैयार करती है और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं। पीएसआई इंडिया से अजय कुमार ने पिछले तीन माह की डायरिया सम्बन्धी रिपोर्ट को साझा किया।     
 
जिला कार्यक्रम प्रबंधक संजय सिहोरिया ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. रोहिताश, डॉ. अनुज चौधरी, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक फौजिया खानम, मुकेश गौतम आदि उपस्थित रहे।