एमडीए अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को किया गया प्रशिक्षित



बाराबंकी  - फाइलेरिया बीमारी के रोकथाम के लिए जनपद के आरसीएच हाल में फाइलेरिया पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । सीएमओ डा राम जी वर्मा की अध्यक्षता में 22 नवंबर से 7 दिसंबर तक चलने वाले सामूहिक दवा सेवन अभियान एमडीए कार्यक्रम के अन्तर्गत अर्बन क्षेत्र की चिन्हित जनसंख्या को फाइलेरिया रोग के निवारण व नियंत्रण हेतु दवा वितरकों को प्रशिक्षण दिया गया।

इस कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका को दवा सेवन के बारे में बिन्दुवार जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन  कार्यक्रम चलाया जा रहा है। फाइलेरिया परजीवी की औसतन आयु 4 से 6 वर्ष की होती है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को  अभियान के दौरान पांच सालों तक लगातार फाइलेरिया से बचाव की दवा खानी चाहिए, जिससे कि वह फाइलेरिया जैसी घातक बीमारी से बच सके।

एसीएमओ एवं कार्यक्रम के नोडल डा डीके श्रीवास्तव ने बताया 22 नवम्बर से 7 दिसम्बर तक चलने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा बतायी गई और ब्लाकों में फ्रंट लाइन वर्करों को प्रशिक्षण के टिप्स दिये गये।  उन्होंने बताया कि हर उम्र के लिए फाइलेरिया में दवा की डोज अलग है। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले लोग ब्लाकों में जाकर फ्रंट लाइन वर्कर आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। दवा खाने के बाद मरीज को दिक्कत से बचाने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम बनाई जायेगी।

सीएमओ डा रामजी वर्मा ने बताया कि सामान्य लोगों में, फाइलेरिया रोग  के कीटाणु जिनके शरीर में नहीं होते है, उनको दवा के सेवन से कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है। दवा के सेवन से जब शरीर में फाइलेरिया कृमि मरते हैं तो बुखार, खुजली, उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं जो स्वतः तीन से चार घंटे में समाप्त हो जाते हैं। इस लक्षण के होने पर इसका सामान्य इलाज किया जा सकता है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। इससे बचाव के लिए घर के आस-पास पानी जमा न होने दें और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।

प्रशिक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ केएनएम त्रिपाठी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ डीके श्रीवास्तव, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके दोहरे, फाइलेरिया नियंत्रण अधिकारी नीलम द्विवेदी, सुधीर कुमार वर्मा, पीसीआई संस्था के धुर्व वर्मा, फाइलेरिया निरीक्षक अंकिता श्रीवास्तव, राजेश कुमार सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।