भारतीय बालरोग अकादमी (आईएपी) द्वारा दिया गया स्वच्छता का संदेश



बाराबंकी(ब्यूरो) - भारतीय बालरोग अकादमी (आई ए पी) की लखनऊ शाखा द्वारा सामाजिक कार्य के उद्देश्य से बाराबंकी की सफेदाबाद स्थित हिंद उदय बस्ती में बच्चों को कपड़ों का वितरण किया गया और स्वच्छता संदेश भी दिया गया।

कार्यक्रम में डॉ उत्कर्ष बंसल ने बताया कि अब मानसून का समय आ गया है और इस समय विभिन्न प्रकार के संचारी रोग (जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस) उत्पन्न हो जाते हैं, जिन से बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वहीं डॉ प्रगति सिसोदिया ने उनके बचाव के विषय में बच्चों को और उनके अभिभावकों को बताया कि इस मौसम में मच्छर द्वारा फैलाए जाने वाले मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस , चिकनगुनिया और डेंगू बुखार से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहने और किसी भी खुले स्थल पर पानी एकत्रित होने न दें।

इस दौरान  डॉ विनया ने कहा कि दूषित पानी से होने वाली बीमारियां जैसे हेपेटाइटिस, टाइफाइड और दस्त से बचाव के लिए पीने के लिए साफ पानी का प्रयोग किया जाए। पानी को उबालकर या फिल्टर का प्रयोग करना आवश्यक बताया। डॉ नीरज ने खाना खाने से पहले और शौच व् खेलने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन और पानी से धोने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया।

आई ए पी सचिव डॉ उत्कर्ष ने बताया कि ऐसे सामाजिक कार्यक्रमों द्वारा पूरे देश में बालरोग विशेषज्ञ समाज के वंचित वर्ग तक जागरूकता पहुंचाने की कोशिश करते हैं और उनकी अपने स्तर से सहायता का प्रयास करते हैं। इस दौरान करीब 70 परिवारों को 200 से अधिक बच्चों में कपड़ों का वितरण किया गया।  कार्यक्रम में डॉ जी के सिंह, डॉ प्रभात कुमार, डॉ अंकित जैन, डॉ निवेदिता प्रभाकर, डॉ पूजा सेमवाल, डॉ अर्चना श्रीवास्तव, डॉ ईशान, डॉ प्रमथेश, डॉ निर्मला, डॉ कुंदन,डॉ ईशा, डॉ सरथ, डॉ तान्या, डॉ दीपाल्का, डॉ सृष्टि, गजल, अनुष्का, नरेंद्र, किशोरीलाल ने सहभाग किया।