5.32 लाख बच्चों को पिलाई गई पोलियो खुराक



बाराबंकी - जिले में पल्स पोलियो अभियान के तहत 5.32 लाख से ज्यादा बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। इस अभियान के तहत जिले के शून्य से 5 साल तक के बच्चों को पोलियो से बचाव की खुराक पिलाई जा रही है। जिले में करीब 5.60 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए 1485 बूथ बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग 28 मार्च तक इस लक्ष्य को पूरा करने का प्रयास करेगा ।

जिला प्रतिक्षण अधिकारी डॉ. राजीव सिंह ने बताया कि कोरोना के चलते पल्स पोलियो अभियान जनवरी 2021 से बंद चल रहा था। अब चूंकि कोरोना खत्म होने की कगार पर है, ऐसे में शासन ने फिर से अभियान शुरू करने के आदेश दिए हैं। जनपद में 5 लाख 60 हजार 749 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। इसके लिए 1485 बूथों के माध्यम से अब तक 5 लाख 32 हजार 836 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी गई है। उन्होंने कहा पोलियो को सभी के सहयोग से ही खत्म किया जा सकता है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया  जो बच्चे पोलियो की खुराक पीने से वंचित रह गए हैं, उनको दो खुराक पिलाने के लिए सोमवार से घर-घर टीमें जाएंगी। इसके लिए निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे और इन टीमों पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती करते हुए उनकी जवाबदेही भी तय कर दी गई है।

घर-घर पिलाई जाएगी दवा: जिला प्रशिक्षण अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण केन्द्रों पर दवा पिलाने के बाद 21 मार्च से 28 मार्च तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता छूटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलायेंगे। इसके बाद भी अगर कोई बच्चा छूट जाता है तो 28 मार्च को बी टीम बनाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का प्रयास किया जायेगा।

बीमारी से बचाता है टीका: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम जी वर्मा ने कहा कि बच्चा अपाहिज होकर जीये, इससे अच्छा है निकट के केन्द्र पर जाकर उसे पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं। इस अभियान में शून्य से पांच साल तक के शत-प्रतिशत बच्चों को ड्राप पिलाई जाएगी। पोलियो का ड्राप सुरक्षित और असरदार है। इसका कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है। उन्होंने बताया नियमित टीकाकरण में पोलियोरोधी टीका भी शामिल है। पल्स पोलियो अभियान चलाकर इसे और मजबूती प्रदान की जाती है। इस अभियान की मॉनिटरिंग के लिए विभागीय अधिकारियों को लगाया गया है।