- 22 अप्रैल की शाम तीन से छह बजे के मध्य होगा सजीव प्रसारण
- कार्यक्रम में यूआरएल लिंक https://webcast.gov.in/up/helth से जुड़ें
गोरखपुर - बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक करने और उनकी जिज्ञासाओं एवं शंकाओं के समाधान के संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा एक अनूठी पहल की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश के सभी जिलों में आगामी 22 अप्रैल को शाम तीन से छह बजे के मध्य एनआइसी के माध्यम से डॉक्टर से सुनिये कार्यक्रम के तहत आमजन के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा। इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेज कर दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान आयुष्मान भारत योजना, मलेरिया, डेंगू, जेई, टॉयफाइड, ब्लड प्रेशर, शुगर, गर्भवती की प्रसव पूर्व जांचों, नवजात की प्रथम 28 दिनों में देखभाल एवं नियमित टीकाकरण के बारे में करीब दो घंटे तक चर्चा की जाएगी। इसके बाद करीब एक घंटे का समय लोगों के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए निर्धारित किया गया है।
डॉ दूबे ने बताया कि वह स्वयं जिले के तीन अधिकारियों के साथ कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे । दो गर्भवती, साल भर से कम उम्र के दो बच्चों के अभिभावकों, दो आयुष्मान कार्ड धारकों, दो आशा या आशा संगिनी और स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य कर रहे दो या तीन स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी प्रत्येक जिले से प्रतिभागिता कराने का दिशा-निर्देश मिला है ।
कार्यक्रम से इस तरह जुड़ें : वेबकास्ट पर लाइव प्रसारित कार्यक्रम डॉक्टर से सुनिये को देखने-सुनने के लिए यूआरएल लिंक https://webcast.gov.in/up/helth से जुड़ा जा सकता है। सीएमओ ने बताया कि सभी एएनएम, सीएचओ, आशा संगिनी, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अपने टैबलेट, स्मार्ट फोन, लैपटॉप/डेस्कटॉप के माध्यम से लिंक से जुड़ने और समुदाय के पांच से दस लाभार्थियों एवं अभिभावकों को प्रसारण से जोड़ने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ कर्मी अपने साथ प्रसारण में जोड़े गए लाभार्थियों के साथ सेल्फी लेकर स्थानीय वाट्स-अप ग्रुप पर अपलोड करेंगे। जिलों से ऐसे ही चयनित फोटोग्राफ प्रादेशिक वाट्स-अप ग्रुप व सोशल मीडिया पर अपलोड किये जाएंगे।
पैनल में यह होंगे शामिल : डॉक्टर से सुनिये कार्यक्रम में पैनलिस्ट के रूप में प्रदेश शासन और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनीसेफ, बीएमजीएफ, पाथ और यूपीटीएसयू के अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे ।