- इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी ने लखनऊ व वाराणसी में शुरू किया केंद्र
- बिना किसी खर्च के अंगों की समुचित देखभाल के साथ सिखा रहे जरूरी व्यायाम
- लखनऊ केंद्र के लिए 9567703334 व वाराणसी के लिए 9567283334 मिलाएं
लखनऊ - वर्षों से फाइलेरिया (हाथी पाँव) की असहनीय पीड़ा के साथ जीवन गुजार रहे गंभीर मरीजों के जीवन को आसान बनाने की हरसंभव कोशिश में इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी (आईएडी) संस्था जुटी है l आयुर्वेद, एलोपैथी और योग की एकीकृत पद्धति से फाइलेरिया मरीजों के उपचार में जुटी संस्था ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में उपचार केंद्र की शुरुआत की है l बिना किसी खर्च के फाइलेरिया मरीजों के उपचार के तहत फाइलेरिया प्रभावित अंगों की समुचित देखभाल और जरूरी व्यायाम भी सिखाये जा रहे हैं l
उत्तर प्रदेश सरकार और आयुष मंत्रालय के नेतृत्व में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के वित्तीय सहयोग से चल रहे वाराणसी उपचार केंद्र पर सुविधा का लाभ उठाने के लिए मोबाइल नम्बर - 9567283334 और लखनऊ उपचार केंद्र के लिए मोबाइल नम्बर- 9567703334 पर सम्पर्क कर सकते हैं l इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एम भास्करन का कहना है कि देश में लाइलाज मानी जा रही फाइलेरिया की बीमारी के सफल उपचार की शुरूआत केरल स्थित इंस्टीटयूट ऑफ़ एप्लाइड डर्मेटोलॉजी के संस्थापक डॉ. एस. आर नरहरी और उनके सहयोगियों ने की है l लखनऊ और वाराणसी के अलावा बिहार के पटना और बेगूसराय जिलों के साथ देश के विभिन्न शहरों में फाइलेरिया/ हाथी पाँव मरीजों के उपचार के लिए केंद्र शुरू किये जा रहे हैंl ज्ञात हो कि लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित रीजनल आयुर्वेद रिसर्च सेंटर में इस उपचार केंद्र की शुरुआत की गयी है।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) डॉ. रितु श्रीवास्तव का कहना है कि राजधानी में यह उपचार केंद्र खुलने से लखनऊ ही नहीं बल्कि आस-पास के जिलों के फाइलेरिया मरीजों को भी बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने फाइलेरिया मरीजों से अपील की है कि वह उपचार केंद्र से सम्पर्क कर इलाज का लाभ उठायें और अपने जीवन को सरल बनायें।