पोषण माह के दौरान हो रहीं विभिन्न गतिविधियां



  • तहसील सदर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
  • एसडीएम ने किया शुभारंभ

लखनऊ - जनपद में पोषण माह के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में मलिहाबाद तहसील में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तत्वावधान में जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसका उद्घाटन एसडीएम मीनाक्षी पांडे ने दीप प्रज्वलित कर किया।
 
एसडीएम ने आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुए उपस्थित आईसीडीएस के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं लाभार्थियों से कहा- जनपद  को सुपोषित बनाने में आप लोग अथक प्रयास कर रहे हैं। अभियान को सफल बनाएं और  कोई भी गर्भवती, किशोरी और बच्चा कुपोषित न रह जाए तो सुनिश्चित करें कि  आपके द्वारा दी जाने वाली सेवाएं सभी पात्र लाभार्थियों को मिलें।

इस अवसर पर स्थानीय खाद्य पदार्थों और श्री अन्न से बने व्यंजनों का स्टाल और अनाज से बना पोषण मटका बनाया गया। जिसकी सराहना एसडीएम द्वारा की गई।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नविता ने पोषण मटके के बारे में बताया कि मटके पर  सभी प्रकार की दालें और अनाज लगाकर इनका प्रदर्शन किया गया    इसके माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले लाभार्थियों को मटके पर लगे  पोषण पदार्थों के सेवन करने की जानकारी देंगे।

एसडीएम ने इस मौके पर दूसरी तिमाही की 24 वर्षीय गर्भवती सीता की गोद भराई की और उससे कहा कि जो बातें आपकी आंगनबाड़ी दीदी आपको बताएं उसका पालन अवश्य करें जिससे कि आप भी स्वस्थ रहें और आपका बच्चा भी।

इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी ज़िया श्याम जी  मुख्यसेविका ऊषा उपाध्याय,स्मिता देवी,अर्चना गुप्ता,नूतन सिंह,संध्या सिंह, रेनू बाला, कल्पना, सुधा मौर्या, संगीता और श्रद्धा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता,नीलम,नीतू,सुखरानी, अनीशा, रफत ,सुधा मिश्रा,अनुपमा मिश्रा,सरला सिंह,सरोजबाला मौजूद रहीं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार बताते हैं कि पोषण माह के तहत निर्धारित थीम के अनुसार गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा। बच्चों और गर्भवती का वजन लेकर पोषण ट्रेकर एप पर अंकित किया जा रहा है। इसके साथ ही अति गंभीर और मध्यम गंभीर कुपोषित बच्चों और कम वजन के बच्चों की पहचान कर उन्हें भी पोषण ट्रेकर एप पर अंकित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण, अति कुपोषित बच्चों की पहचान, पात्र लाभार्थियों को आयरन और कैल्शियम की गोलियों का वितरण किया जा रहा है। गृह भ्रमण के दौरान  आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गर्भवती और छह साल के बच्चे के परिवार वालों को भी स्वास्थ्य देखभाल और उचित पोषण की जानकारी दी जा रही है।