माघ मेला-2026 होगा और भव्य व दिव्य: प्रयागराज में तैयारियों की समीक्षा कर बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ



लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज पहुंचकर माघ मेला-2026 की तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने माँ गंगा और बड़े हनुमान जी का पूजन व दर्शन करने के बाद रेलवे, सेना और सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। समीक्षा के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष माघ मेला और बड़ी ऊंचाइयों को छुएगा तथा श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की साधना को भव्यता और दिव्यता के साथ आगे बढ़ाएगा।उन्होंने बताया कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण के नेतृत्व में तैयारियां तेज गति से चल रही हैं। वर्ष 2024 की तुलना में मेले का दायरा बढ़ाकर 800 हेक्टेयर तक किया जा रहा है और इसे सात सेक्टरों में विभाजित किया गया है। महाकुंभ-2025 में मिली सफलता और अनुभव का लाभ लेते हुए इस बार की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार माघ मेला 15 दिन पहले आरंभ हो रहा है। 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा से मेले की शुरुआत होगी और 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ इसका समापन होगा। इस अवधि में लगभग 20 से 25 लाख कल्पवासी प्रवास करेंगे। अनुमान है कि डेढ़ माह की अवधि में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर सकते हैं।पानी की उपलब्धता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए सिंचाई विभाग को प्रतिदिन 10,000 क्यूसेक जल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि नमामि गंगे विभाग जल की शुद्धता सुनिश्चित करेगा। सीवर लाइन, पेयजल पाइपलाइन, बिजली आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर भी तेजी से कार्य हो रहा है।पीडब्ल्यूडी क्षेत्र में कनेक्टिंग मार्गों के साथ सात पॉन्टून पुल बनाएगा और 160 किलोमीटर तक चेकर्ड प्लेट बिछाएगा। जल निगम 242 किलोमीटर पेयजल पाइप और 85 किलोमीटर सीवर लाइन बिछा रहा है। पावर कॉरपोरेशन 360 किलोमीटर एलटी लाइन, 47 किलोमीटर एसटी लाइन और 25 अस्थायी सबस्टेशन स्थापित कर रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 20 बेड वाले दो अस्थायी अस्पताल, 12 पीएचसी, आयुर्वेद और होम्योपैथिक केंद्र और 50 एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी। स्वच्छता के लिए 25,000 शौचालय, 8,000 डस्टबिन, 10 लाख लाइनर बैग, 20 सक्शन गाड़ियाँ और 3,000 सफाई कर्मी लगाए जाएंगे। भीड़ और यातायात प्रबंधन के लिए 42 पार्किंग स्थलों की व्यवस्था होगी। मेला क्षेत्र में 17 थाने, 42 चौकियाँ, अग्निशमन केंद्र, वॉच टावर, जल पुलिस स्टेशन और कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। 400 सीसीटीवी कैमरों के जरिए भीड़ की निगरानी, घटना रिपोर्टिंग और सुरक्षा प्रबंधन किया जाएगा।श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए 3,800 बसें चलाई जाएंगी, जिनमें 75 इलेक्ट्रिक शटल बसें होंगी। 200 बसें रिजर्व में रखी जाएंगी और टेंट सिटी का निर्माण जारी हैतैयारियों की समीक्षा के दौरान औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।